पैसेंजर प्लेन समेत यमन का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तबाह, इजरायल-अमेरिका के हवाई हमलों में बड़ा नुकसान, वीडियो वायरल
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हवाई हमला,सना हवाई अड्डा |
सना, यमन: एक चौंकाने वाली घटना में, यमन की राजधानी सना में स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा इजरायल और अमेरिका के संयुक्त हवाई हमलों का शिकार हो गया है। मंगलवार, 6 मई 2025 को हुए इस हमले में हवाई अड्डा पूरी तरह से तबाह हो गया, और कई नागरिक विमानों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस हमले ने यमन में पहले से ही बदतर हालात को और गंभीर बना दिया है, जहां हूती विद्रोही और अंतरराष्ट्रीय ताकतों के बीच तनाव चरम पर है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वायरल वीडियो जिसमें सना हवाई अड्डे से काले धुएं के विशाल बादल उठते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर में दिख रहा है कि हवाई अड्डे के आसपास का इलाका धुएं और धूल से भर गया है, और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस हमले को हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है, जो पिछले कुछ समय से लाल सागर में जहाजों पर हमले कर रहे हैं।
अमेरिका की भूमिका पर सवाल, सना अंतराष्ट्रीय हवाई तबाह अड्डे का वायरल वीडियो
हूती विद्रोही, जो यमन के बड़े हिस्से पर नियंत्रण रखते हैं, लंबे समय से इजरायल और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ अपनी कार्रवाइयों को अंजाम दे रहे हैं। हूती समूह ने दावा किया है कि वे गाजा में इजरायल के हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। 2023 से शुरू हुए इजरायल-हमास संघर्ष के बाद हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में कई जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसके कारण वैश्विक व्यापार मार्ग प्रभावित हुआ है।
इसके जवाब में, इजरायल ने यमन के कई ठिकानों पर हमले किए हैं। पिछले साल दिसंबर 2024 में भी सना हवाई अड्डे पर एक हमला हुआ था, जिसमें संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई थी। उस हमले में एक नागरिक विमान लैंडिंग के दौरान खतरे में पड़ गया था, और कई लोग घायल हो गए थे। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी जूलियन हर्नेस ने तब कहा था कि सना हवाई अड्डा मानवीय सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां से 18 मिलियन यमनी लोगों को मदद पहुंचाई जाती है।
इस हमले में अमेरिका की भागीदारी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। X पर कई यूजर्स ने अमेरिका की भूमिका की आलोचना की है।
@Odaratus
नाम के एक यूजर ने लिखा, "अमेरिकी करदाता, आप सब इसमें शामिल हैं। एक दिन ऐसा आएगा जब आपके हवाई अड्डे, स्कूल और अस्पताल तबाह होंगे, और कोई आंसू नहीं बहाएगा।" वहीं, @colorado_j1
ने सवाल उठाया कि अमेरिका को इस संघर्ष में शामिल होने की क्या जरूरत थी।यमन में मानवीय संकट गहराया, दुनिया की प्रतिक्रिया
यमन पहले से ही एक गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यमन की आधी आबादी, यानी करीब 18 मिलियन लोग, मानवीय सहायता पर निर्भर हैं। इस हमले के बाद यह संकट और गहरा सकता है, क्योंकि सना हवाई अड्डा यमन में सहायता पहुंचाने का एक प्रमुख रास्ता था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले से यमन में भोजन और दवाइयों की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ेगा।
हूती विद्रोहियों ने इस हमले का जवाब देने की धमकी दी है। हूती अधिकारी अब्दुल कादर अल-मुर्तदा ने कहा कि इजरायल को इसका जवाब "अकल्पनीय" तरीके से दिया जाएगा। दूसरी ओर, इजरायल का कहना है कि यह हमला हूती विद्रोहियों के हमलों के जवाब में किया गया था, जो इजरायल के खिलाफ सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और ड्रोनों का इस्तेमाल कर रहे थे।
इस हमले की वैश्विक स्तर पर तीखी आलोचना हो रही है। कई लोगों ने इसे युद्ध अपराध करार दिया है।
@RayCoelho12
ने इसे "इजरायल और पश्चिमी देशों का एक और युद्ध अपराध" बताया। वहीं, कुछ यूजर्स का मानना है कि हूती विद्रोहियों के हमलों ने इस स्थिति को जन्म दिया है। @Samasamahdi
ने लिखा, "पिछले कई सालों से जहाजों पर बेतरतीब हमले करने के परिणाम तो भुगतने पड़ेंगे।"यह घटना एक बार फिर मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। यमन, जो पहले से ही 10 साल से गृहयुद्ध का सामना कर रहा है, अब अंतरराष्ट्रीय संघर्ष का केंद्र बन गया है। इस हमले के बाद क्षेत्र में शांति की उम्मीद और धूमिल हो गई है।
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