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पैसेंजर प्लेन समेत यमन का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तबाह, इजरायल-अमेरिका के हवाई हमलों में बड़ा नुकसान, वीडियो वायरल

हवाई हमला,सना हवाई अड्डा सना, यमन : एक चौंकाने वाली घटना में, यमन की राजधानी सना में स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा इजरायल और अमेरिका के संयुक्त हवाई हमलों का शिकार हो गया है। मंगलवार, 6 मई 2025 को हुए इस हमले में हवाई अड्डा पूरी तरह से तबाह हो गया, और कई नागरिक विमानों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस हमले ने यमन में पहले से ही बदतर हालात को और गंभीर बना दिया है, जहां हूती विद्रोही और अंतरराष्ट्रीय ताकतों के बीच तनाव चरम पर है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वायरल वीडियो जिसमें सना हवाई अड्डे से काले धुएं के विशाल बादल उठते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर में दिख रहा है कि हवाई अड्डे के आसपास का इलाका धुएं और धूल से भर गया है, और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस हमले को हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है, जो पिछले कुछ समय से लाल सागर में जहाजों पर हमले कर रहे हैं। अमेरिका की भूमिका पर सवाल, सना अंतराष्ट्रीय हवाई तबाह अड्डे का वायरल वीडियो हूती विद्रोही, जो यमन के बड़े हिस्से पर नियंत्रण रखते हैं, लंबे समय से इजरायल और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ अपनी कार्रवाइयों को अंज...

अमेरिका पर अल्लाह की सजा? यमन हमले के बाद तूफानों ने मचाई तबाही, 34 की मौत! लोग बोले

Storm-hit-US-State-Yemen-War-Video-Viral नई दिल्ली, 17 मार्च 2025 (गाड़ा टाइम्स): अमेरिका ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए यमन में ईरान समर्थित हouthi विद्रोहियों पर हवाई हमले किए, जो रेड सी संकट के बीच अंतरराष्ट्रीय शिपिंग पर उनके हमलों का जवाब था। लेकिन इसके तुरंत बाद, अमेरिका में प्राकृतिक आपदाओं ने कहर बरपाया, जहां भयानक टॉर्नेडो और धूल भरे तूफानों ने कम से कम 34 लोगों की जान ले ली। क्या यह अल्लाह की सजा है? यह सवाल मुस्लिम समुदाय और पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। यमन पर अमेरिकी हमले: ऑपरेशन पोसीडन आर्चर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों, जैसे ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा, ने जनवरी 2024 से ऑपरेशन पोसीडन आर्चर के तहत यमन में Houthi ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। इन हमलों का मकसद Houthi समूह की मिसाइल और हवाई निगरानी क्षमताओं को कमजोर करना था, जो रेड सी, बाब-एल-मंडेब जलसंधि और अडेन की खाड़ी में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले कर रहे थे। लेकिन कई मुस्लिम समुदाय के लोगों का मानना है कि यह हमला अन्यायपूर्ण है और अब अमेरिका को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। अमे...