मेरठ में दिल दहला देने वाली घटना : 12वीं की छात्रा की माँ ने ही गला दबाकर मार डाला, सिर काटकर नहर में फेंका
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ऑनर किलिंग,मेरठ न्यूज़,क्राइम | |
आजकल के जमाने में भी कुछ लोग अपनी इज्जत के नाम पर ऐसी हरकतें कर बैठते हैं, जो इंसानियत को शर्मसार कर देती हैं। मेरठ के बहादुरपुर गांव में एक ऐसी ही दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया। एक 12वीं कक्षा की मासूम छात्रा आस्था उर्फ तनिष्का की उसके ही परिवार वालों ने बेरहमी से हत्या कर दी। वजह? सिर्फ इतनी कि वो अपने दोस्त से फोन पर बात कर रही थी। इस ऑनर किलिंग ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारा समाज सच में तरक्की कर रहा है?
क्या हुआ उस दिन? पुलिस ने क्या किया?
दौराला के दादरी गांव की रहने वाली 17 साल की आस्था दोपहर के वक्त अपने दोस्त से फोन पर बात कर रही थी। उसकी माँ को ये बात बिल्कुल पसंद नहीं आई। माँ ने गुस्से में आकर आस्था से फोन छीन लिया। बस इसी बात पर माँ-बेटी में झगड़ा हो गया। ये झगड़ा इतना बढ़ गया कि माँ ने अपनी बेटी का गला दबाकर उसकी जान ले ली। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। माँ ने अपने ममेरे भाइयों, मामा और मौसेरे भाई के साथ मिलकर आस्था का सिर धारदार हथियार से काट दिया और धड़ को परतापुर के बहादरपुर राजबाहे में फेंक दिया। पुलिस अभी तक आस्था का कटा हुआ सिर नहीं ढूंढ पाई है।
मेरठ पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की। आस्था की माँ और उसके ममेरे भाइयों को हिरासत में ले लिया गया है। एक आरोपी मंजीत उर्फ मोनू की निशानदेही पर पुलिस आस्था के सिर की तलाश कर रही है। लेकिन इस वारदात ने पूरे इलाके में डर और गुस्से का माहौल बना दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक माँ अपनी बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकती है?
ऑनर किलिंग: समाज पर एक कलंक, महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
ये कोई पहला मामला नहीं है। यूपी में ऑनर किलिंग की घटनाएं आए दिन सुर्खियों में रहती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के मुताबिक, 2017 से 2019 के बीच भारत में 145 लोग ऑनर किलिंग का शिकार हुए। मेरठ में हुई इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि समाज में अभी भी औरतों की आजादी और उनकी सेफ्टी एक बड़ा सवाल है। क्या इज्जत के नाम पर किसी की जान लेना जायज है? ये सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है।
इस घटना ने यूपी में क्राइम और वीमेन सेफ्टी को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है। लोग सरकार से सख्त कानून और तेज कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आखिर कब तक हमारी बेटियां अपनी जान गंवाती रहेंगी? अगर आप भी इस बारे में अपनी राय रखना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट करें और हमें बताएं।
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