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सहारनपुर, 9 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के बेहट क्षेत्र में उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब इस्लाम धर्म और रमजान को लेकर एक युवक की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से नाराज सैकड़ों लोगों की भीड़ बेहट तहसील और थाने पर जमा हो गई। लोगों ने टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। यह घटना तीन दिन पहले अनुज नामक युवक की फेसबुक आईडी से की गई टिप्पणी को लेकर शुरू हुई, जिसके बाद मामला गरमा गया।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, तीन दिन पहले अनुज नाम के एक युवक की फेसबुक आईडी से इस्लाम धर्म और रमजान को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी पोस्ट की गई थी। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। रविवार सुबह सैकड़ों लोग बेहट तहसील और थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई है।
SHO का बयान: "आईडी हैक हुई, जांच में समय लगेगा"
बेहट थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, "हमें जानकारी मिली है कि अनुज की फेसबुक आईडी हैक की गई थी। हम नहीं चाहते कि किसी बेकसूर को सजा मिले। अनुज एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है और उसकी कोई सिफारिश हमारे पास नहीं आई है। हम जांच कर रहे हैं कि आईडी हैक कर पोस्ट किसने की, लेकिन इसमें 15-20 दिन का समय लग सकता है। इसके बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" SHO के इस बयान के बावजूद भीड़ संतुष्ट नहीं हुई और कार्रवाई की मांग पर अड़ी रही।
सामाजिक कार्यकर्ता और सांसद ने की हस्तक्षेप की मांग
मौके पर पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता एहतसाम गाड़ा ने प्रशासन और बीजेपी-आरएलडी सांसद मदन चौहान से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। गाड़ा ने कहा, "यह सिर्फ एक टिप्पणी का मामला नहीं है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश है। पुलिस की निष्क्रियता से लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। हम चाहते हैं कि दोषी को जल्द से जल्द सजा मिले।" सांसद मदन चौहान ने भी प्रशासन से मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करने की अपील की।
कई संगठनों के पदाधिकारी मौके पर मौजूद
प्रदर्शन में कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए। भीड़ ने नारेबाजी करते हुए पुलिस और प्रशासन के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में जानबूझकर ढिलाई बरत रही है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो आज यह नौबत न आती।" वहीं, पुलिस का कहना है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही दोषी तक पहुंच जाएंगे।
आगे क्या?
फिलहाल बेहट में तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। यह घटना एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और उससे उत्पन्न होने वाली सामाजिक अशांति को उजागर करती है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि पुलिस जांच में कितनी तेजी दिखाती है और क्या यह मामला शांतिपूर्ण तरीके से हल हो पाता है।
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