![]() |
इस्लाम,धर्म परिवर्तन,आयरलैंड,मिस्र,कैथोलिक |
आयरलैंड के एक कैथोलिक पादरी की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। इस पादरी ने अपनी पूरी जिंदगी में मुसलमानों के बारे में वही सुना और देखा जो उन्हें टीवी और घर में बताया गया था - कि मुसलमान आतंकी होते हैं, वो बम धमाके करते हैं। लेकिन जब उन्हें मिस्र जाने का मौका मिला, तो उनकी सोच पूरी तरह बदल गई।
Youtube के पॉडकास्ट में इस पादरी ने कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि इस पादरी ने कहा, "मैंने अपनी पूरी जिंदगी किसी मुसलमान से मुलाकात नहीं की थी। जो कुछ भी मैं उनके बारे में जानता था, वो सब टीवी और घर की बातों से था। मुझे लगता था कि वो लोग हिंसक होते हैं, आतंक फैलाते हैं। लेकिन जब मुझे मिस्र जाने का मौका मिला, तो मैंने देखा कि हकीकत इसके बिल्कुल उलट है।"
मिस्र में इस पादरी ने मुसलमानों के साथ वक्त बिताया, उनकी जिंदगी को करीब से देखा और महसूस किया कि जो कुछ उन्हें बताया गया था, वो गलत था। मुसलमानों की मेहमाननवाजी, उनके रहन-सहन और उनकी सोच ने इस पादरी को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। यह कहानी उन लोगों के लिए एक बड़ा सबक है जो बिना किसी अनुभव के दूसरों के बारे में राय बना लेते हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब किसी पादरी ने इस्लाम को अपनाया हो। कुछ साल पहले अमेरिका के एक कैथोलिक पादरी क्रेग विक्टर फेंटर ने भी 13वीं सदी के सूफी संत रूमी से प्रभावित होकर इस्लाम कबूल किया था। उन्होंने तुर्की में रूमी की याद में होने वाली 'सेब-ए-आरूस' सेरेमनी में हिस्सा लिया और इसके बाद इस्लाम की ओर उनका रुझान बढ़ा।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि किसी भी धर्म या समुदाय के बारे में राय बनाने से पहले हमें खुद अनुभव करना चाहिए। सुनी-सुनाई बातों पर भरोसा करने की बजाय, हमें दूसरों को समझने की कोशिश करनी चाहिए। इस पादरी की कहानी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह हमें एक-दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान की भावना भी सिखाती है।
आप इस कहानी के बारे में क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं।
==========================================================================
Thanks for visit @www.gadatimes.com
=======================================
Comments
Post a Comment