![]() |
न्यूज़,परमाणु हथियार,रूस-ईरान |
नई दिल्ली, 22 जून 2025, शाम 5:39 बजे (IST): आज सोशल मीडिया पर एक बड़ी खबर वायरल हो रही है, जिसने लोगों का ध्यान खींचा है। रूस के बड़े नेता दिमित्री मेदवेदेव ने दावा किया है कि कुछ देश ईरान को परमाणु हथियार देने के लिए तैयार हैं। ये खबर तब और गंभीर हो गई है, क्योंकि कल यानी 23 जून को ईरान के विदेश मंत्री मॉस्को जा रहे हैं, जहां उनकी रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात होने वाली है। क्या ये मुलाकात किसी बड़े फैसले की शुरुआत है? आइए, इस पर नजर डालते हैं।
हाल ही में मेदवेदेव ने एक बयान में कहा कि इजरायल और ईरान दोनों को अपने परमाणु कार्यक्रम बंद कर देना चाहिए। लेकिन अब ये चर्चा जोरों पर है कि रूस ईरान को परमाणु हथियार सप्लाई कर सकता है। सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग राय दे रहे हैं। कुछ का कहना है कि ये मध्य पूर्व में अस्थिरता बढ़ा सकता है, जबकि कुछ इसे "न्यूक्लियर बैलेंस" का हिस्सा बता रहे हैं। एक यूजर ने तो मजाकिया अंदाज में लिखा, "न्यूक्लियर हथियार तो नकली हैं, सब बस ड्रामा है!"
ईरान और रूस के बीच रिश्ते पहले से ही गहरे होते जा रहे हैं। जनवरी 2025 में दोनों देशों ने 20 साल के लिए एक स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप साइन की थी, जिसमें डिफेंस, एनर्जी और टेक्नोलॉजी जैसे बड़े मुद्दों पर सहयोग शामिल है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने 60% तक यूरेनियम एनrich किया है, जो हथियार बनाने के करीब है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बिना बाहर की मदद के ईरान अभी तक हथियार नहीं बना सकता।
रूस की ईरान पर हमले को लेकर प्रतिक्रिया
हाल के दिनों में अमेरिका और इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए, जिसके बाद रूस ने कड़ा रुख अपनाया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ये हमले "परमाणु तबाही की ओर ले जा सकते हैं" और इसे "अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन" बताया है। रूस के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर सर्गेई र्याबकोव ने चेतावनी दी कि अमेरिका और उसके सहयोगियों का सीधा हस्तक्षेप मध्य पूर्व में युद्ध को और भड़का सकता है। उन्होंने कहा, "हम यूएस को सलाह देते हैं कि वो इस संघर्ष में न पड़े, वरना हालात नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं।" रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक भी बुलाई है, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
दिल्ली की सड़कों पर भी लोग इस खबर पर बात कर रहे हैं। एक ऑटो ड्राइवर ने कहा, "अगर युद्ध बढ़ा तो पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू जाएंगे!" वहीं, एक स्टूडेंट ने चिंता जताई, "ये सब सुनकर डर लगता है, क्या दुनिया में शांति कभी आएगी?"
अभी तक ये साफ नहीं है कि रूस सचमुच ईरान को परमाणु हथियार देगा या नहीं। लेकिन अमेरिका-इजरायल के हमले और रूस की प्रतिक्रिया के बाद ये मुलाकात दुनिया की नजरों में होगी। क्या ये दोस्ती मध्य पूर्व में नया मोड़ लाएगी या फिर तनाव को और बढ़ाएगी? आने वाले दिनों में इसका जवाब मिलेगा। आप क्या सोचते हैं, कमेंट में बताएं!
लेटेस्ट खबरें, मस्त जानकारी और खास कंटेंट के लिए हमें सोशल मीडिया पे फॉलो करो।
[Facebook(https://www.facebook.com/share/1AuGE2RmbD/)
पे हमारी गैंग जॉइन करो और तुरंत अपडेट्स के साथ मज़ेदार बातचीत का हिस्सा बनो!
Comments
Post a Comment