![]() |
कतर, आर्थिक शक्ति, बोइंग सौदा |
नई दिल्ली, 16 मई 2025 : रेगिस्तान की रेत में बसा एक छोटा सा देश कतर आज दुनिया की नजरों में एक आर्थिक महाशक्ति बन चुका है। कभी मोती और मछली पकड़ने पर निर्भर यह देश अब अपनी प्राकृतिक गैस की ताकत और स्मार्ट निवेश के दम पर वैश्विक मंच पर छाया हुआ है। हाल ही में कतर ने बोइंग कंपनी से 96 अरब डॉलर के 160 जेट विमानों की खरीद का ऐतिहासिक सौदा किया, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है। इसके साथ ही कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने लंदन में ब्रिटिश रॉयल फैमिली से भी ज्यादा संपत्ति खरीद ली है। आइए, जानते हैं कैसे कतर ने यह शानदार बदलाव हासिल किया और आज यह वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी धाक जमा रहा है।
बोइंग के साथ ऐतिहासिक सौदा, लंदन में कतर की बादशाहत, रेगिस्तान से आर्थिक चमत्कार तक
कतर एयरवेज ने 2025 में बोइंग से 160 जेट विमानों का ऑर्डर दिया, जिसमें 130 ड्रीमलाइनर और 30 हाई-टेक 777X मॉडल शामिल हैं। इस सौदे की कीमत 96 अरब डॉलर (लगभग 8 लाख करोड़ रुपये) है, जो अब तक का सबसे बड़ा हवाई जहाज खरीद सौदा है। यह डील अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कतर यात्रा के दौरान हुई, जिसने इसे और भी खास बना दिया। इस सौदे से अमेरिका में करीब 4 लाख नौकरियां पैदा होंगी, और कतर की वैश्विक हवाई सेवा में पकड़ और मजबूत होगी। कतर एयरवेज पहले से ही दुनिया की टॉप एयरलाइंस में शुमार है, और यह सौदा उसकी ताकत को दोगुना कर देगा।
कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने अपनी 450 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ पश्चिमी देशों में भारी निवेश किया है। खासकर लंदन में QIA की पकड़ इतनी मजबूत है कि उसने ब्रिटिश रॉयल फैमिली को भी पीछे छोड़ दिया है। QIA ने लंदन की मशहूर इमारत द शार्ड (यूरोप की सबसे ऊंची इमारत), लग्जरी स्टोर हैरोड्स, और हीथ्रो एयरपोर्ट का 20% हिस्सा खरीद लिया है। इसके अलावा, कतर ने चेल्सी बैरक्स और कैनरी व्हार्फ जैसी बड़ी संपत्तियों में भी निवेश किया है। QIA ने सुपरमार्केट चेन सेंसबरी और बार्कलेज बैंक में भी हिस्सेदारी ले रखी है। यह दिखाता है कि कतर ने अपनी आर्थिक ताकत को सही दिशा में इस्तेमाल किया है।
1996 से पहले कतर की आबादी महज 3.2 लाख थी, और वहां की अर्थव्यवस्था मोती और मछली पकड़ने पर टिकी थी। उस दौर की एक तस्वीर में कतर का एक बाजार दिखता है, जहां कालीन और मोती बिकते थे। लेकिन 1971 में सब कुछ बदल गया, जब कतर और शेल कंपनी ने पर्सियन गल्फ में दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार नॉर्थ फील्ड खोजा। इस भंडार में दुनिया की 10% प्राकृतिक गैस है। 1996 में कतर ने पहली बार तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) का निर्यात शुरू किया, और 2006 तक वह दुनिया का सबसे बड़ा LNG निर्यातक बन गया। आज कतर की प्रति व्यक्ति आय 50,000 डॉलर से ज्यादा है, जो इसे दुनिया के सबसे अमीर देशों में शुमार करता है।
कतर की रणनीति और दुनिया मे ताक़त का प्रभाव
कतर के अमीर, शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने अपनी आर्थिक ताकत का लोहा मनवाते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 400 मिलियन डॉलर का शानदार बोइंग 747-8 विमान उपहार में देकर दुनिया को हैरान कर दिया। दिल्ली में इस खबर ने तहलका मचा दिया है, जहां लोग कतर की धन-संपदा और वैश्विक प्रभाव की चर्चा कर रहे हैं। यह उपहार न केवल कतर की उदारता को दर्शाता है, बल्कि उनकी कूटनीतिक चतुराई और अंतरराष्ट्रीय मंच पर रिश्तों को मजबूत करने की क्षमता को भी उजागर करता है। दिल्ली की सड़कों से लेकर कॉरपोरेट गलियारों तक, हर कोई कतर की इस आर्थिक शक्ति और रणनीतिक दृष्टिकोण की तारीफ कर रहा है।
कतर ने अपनी प्राकृतिक गैस से होने वाली कमाई को सही जगह पर लगाया। 2005 में बनी QIA ने न सिर्फ लंदन, बल्कि पूरी दुनिया में निवेश किया। कतर ने फ्रांस के मशहूर फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) को खरीदकर उसे दुनिया का बड़ा क्लब बनाया। इसके अलावा, जर्मनी की कार कंपनी वोक्सवैगन में 10.5% हिस्सेदारी और कतर एयरवेज को दुनिया की बेस्ट एयरलाइंस में से एक बनाने में भी उसने कोई कसर नहीं छोड़ी। कतर ने 1996 में अल जजीरा न्यूज चैनल शुरू किया, जिसने उसे मध्य-पूर्व में जबरदस्त सॉफ्ट पावर दी।
हालांकि, कतर की इस चमक की एक कड़वी सच्चाई भी है। अपनी परियोजनाओं के लिए कतर ने दक्षिण एशिया से लाखों मजदूर बुलाए, जो आज उसकी 28 लाख आबादी का 88% हिस्सा हैं। इन मजदूरों को नागरिकता नहीं मिलती, और मानवाधिकार संगठनों ने उनके काम के हालात की आलोचना की है।
भविष्य की योजनाएं
कतर अपनी प्राकृतिक गैस की ताकत को और बढ़ाने में जुटा है। 2019 में उसने नॉर्थ फील्ड विस्तार योजना शुरू की, जिसके तहत 2026 तक LNG निर्यात में 64% की बढ़ोतरी होगी। रूस-यूक्रेन संकट के बाद यूरोप ने रूसी गैस का विकल्प ढूंढा, और कतर उसका बड़ा स्रोत बन गया। कतर अमेरिका का सबसे बड़ा मध्य-पूर्व सैन्य अड्डा भी होस्ट करता है, साथ ही ईरान से रिश्ते बनाए रखता है, जिससे उसकी रणनीतिक स्थिति मजबूत होती है।
कतर का यह बदलाव एक मिसाल है कि कैसे एक छोटा देश अपनी प्राकृतिक संपदा और सही रणनीति के दम पर वैश्विक मंच पर अपनी जगह बना सकता है। बोइंग सौदे से लेकर लंदन में निवेश तक, कतर ने दिखा दिया कि आर्थिक ताकत और स्मार्ट प्लानिंग किसी भी देश की किस्मत बदल सकती है। आज कतर न सिर्फ एक आर्थिक शक्ति है, बल्कि वैश्विक प्रभाव का एक बड़ा केंद्र भी बन चुका है।
हमारे साथ कनेक्ट रहो यार!
लेटेस्ट खबरें, मस्त जानकारी और खास कंटेंट के लिए हमें सोशल मीडिया पे फॉलो करो।
[Facebook](https://www.facebook.com/share/1AuGE2RmbD/)
[WhatsApp Group](https://whatsapp.com/channel/0029VbA4CiA0rGiUIvob7J3C)
पे हमारी गैंग जॉइन करो और तुरंत अपडेट्स के साथ मज़ेदार बातचीत का हिस्सा बनो!
Comments
Post a Comment