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मवाना ईदगाह के पास वायरल वीडियो ने बढ़ाई चिंता, लुटेरों और नफरती चरमपंतीयो का खतरा

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मवाना, उत्तर प्रदेश: मवाना के ईदगाह के पास हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत और चिंता पैदा कर दी है। इस वीडियो के साथ वायरल हो रहे मैसेज में दावा किया जा रहा है कि देर रात या सुनसान जगहों पर लुटेरे और कथित "नफरती चरमपंती" सक्रिय हैं, जो बलकटी, गांडसा, और तमंचे जैसे हथियारों का इस्तेमाल कर लूटपाट करते हैं। कुछ मामलों में, राजनीतिक रंजिश के चलते इलाके का माहौल खराब करने के लिए हत्या तक की घटनाएं हो सकती हैं।

वायरल मैसेज में क्या है?


वायरल वीडियो के साथ फैल रहे मैसेज में कहा गया है कि बहोड़पुर या सीना के निवासियों को देर रात ईदगाह के पास से गुजरने में सावधानी बरतनी चाहिए। मैसेज में सुझाव दिया गया है कि लोग अपने साथ लाठी या कोई अन्य सामान रखें और सुनसान जगहों पर देर रात आने-जाने से बचें। खास तौर पर यह चेतावनी दी गई है कि लुटेरों के भेष में कुछ लोग "नफ़रती चरमपंती" के रूप में सक्रिय हो सकते हैं, जो न केवल लूटपाट करते हैं, बल्कि क्षेत्र में तनाव फैलाने के लिए हिंसक कदम भी उठा सकते हैं।
मैसेज में यह भी दावा किया गया है कि अगर कोई राजनीतिक रंजिश होती है, तो ये लोग माहौल खराब करने के लिए हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। स्थानीय लोगों के बीच यह चर्चा भी जोरों पर है कि प्रदेश के मौजूदा माहौल को देखते हुए मुस्लिम समुदाय को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है।
वायरल मैसेज में मुस्लिम समुदाय के लोगों को रात 10 बजे के बाद बेवजह घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। खास तौर पर युवाओं को आवारागर्दी से बचने और सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। मैसेज में यह भी कहा गया है कि अगर कोई अप्रिय घटना होती है, तो उसका राजनीतिकरण हो सकता है और पीड़ितों को न्याय मिलने की संभावना कम है। इसीलिए समुदाय के लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित रहने की अपील की गई है।

स्थानीय लोगों में दहशत

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मवाना के स्थानीय निवासियों में इस वायरल वीडियो और मैसेज ने डर का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब रात के समय बाहर निकलने से पहले दो बार सोच रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह केवल अफवाह हो सकती है, लेकिन कई लोग इसे गंभीरता से ले रहे हैं और अपने परिवार वालों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस और प्रशासन की ओर से भी इस मामले पर कोई बयान सामने नहीं आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही इस खबर ने लोगों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है।

सावधानी जरूरी, अफवाहों से बचें

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ऐसे समय में जब सोशल मीडिया पर अफवाहें और भ्रामक खबरें तेजी से फैलती हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए, लेकिन बिना पुष्टि के किसी भी मैसेज पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करना सबसे सही कदम है।
मवाना पुलिस ने इन संदिग्धों को ग्रामीणों के साथ मिलकर पकड़ा और थाने ले जाकर आगे की कार्रवाई शुरू की। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।। साथ ही, लोगों को भी सलाह दी जा रही है कि वह रात के समय अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

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