अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान #OperationSindoor की सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गिरफ्तारी ने मचाया बवाल
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Ashoka University, Professor अरेस्ट |
दिल्ली, 18 मई 2025: दिल्ली में आजकल एक नई खबर ने सबका ध्यान खींच लिया है। अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वजह? उनके सोशल मीडिया पोस्ट, जिसमें उन्होंने हाल ही में हुए "ऑपरेशन सिंदूर" पर सवाल उठाए थे। इस गिरफ्तारी ने दिल्ली से लेकर सोशल मीडिया तक हंगामा मचा दिया है। आखिर क्या है पूरा मामला, चलिए जानते हैं।
दरअसल, "ऑपरेशन सिंदूर" भारत की एक बड़ी मिलिट्री कार्रवाई थी, जो पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर की गई। इस ऑपरेशन में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसी महिला अफसरों ने मीडिया को ब्रीफिंग दी थी। लेकिन प्रोफेसर अली खान ने इसे "हाइपोक्रेसी" और "ऑप्टिक्स" बताकर सवाल उठा दिए। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि युद्ध से सिर्फ नेताओं और डिफेंस कंपनियों को फायदा होता है, आम लोग तो बस दुख झेलते हैं। बस, यही बात कुछ लोगों को नागवार गुजरी।
हरियाणा पुलिस ने प्रोफेसर पर BNS सेक्शन 152 के तहत केस दर्ज कर लिया। इस सेक्शन में "देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने" का इल्जाम लगाया जाता है। लेकिन सवाल ये है कि क्या प्रोफेसर का पोस्ट इतना गंभीर था कि रविवार को ही उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा? दिल्ली में कई लोग इसे बोलने की आजादी पर हमला बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी ये मामला गरमाया हुआ है। योगेंद्र यादव जैसे लोग प्रोफेसर के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने पूछा, "इस पोस्ट में ऐसा क्या था जो देशद्रोह बन गया? और अगर प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया, तो मध्य प्रदेश के उस मंत्री का क्या, जिसने कर्नल सोफिया का अपमान किया था?" सवाल तो जायज हैं, लेकिन जवाब कौन देगा?
दूसरी तरफ, भारत-पाकिस्तान तनाव भी इस वक्त चरम पर है। अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के जरिए 24 मिसाइलों से 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। लेकिन इस ऑपरेशन के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसे में प्रोफेसर की गिरफ्तारी ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
दिल्ली के लोग भी इस खबर पर खूब बात कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी रमेश शर्मा ने कहा, "अगर कोई अपनी बात कह रहा है, तो उसे ऐसे जेल में डाल देना ठीक नहीं। लेकिन देश की सुरक्षा की बात भी तो समझनी होगी ना?" वहीं, एक स्टूडेंट ने कहा, "प्रोफेसर ने तो सच कहा कि युद्ध में आम लोग ही मरते हैं, इसमें गलत क्या है?"
अब देखना ये है कि इस मामले में कोर्ट क्या फैसला लेता है। क्या प्रोफेसर अली खान को जमानत मिलेगी, या ये मामला और तूल पकड़ेगा? दिल्ली की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह बस इसी की चर्चा है। आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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