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सहारनपुर,घरेलू हिंसा,महिला उत्पीड़न |
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। हयात कॉलोनी टपरी इलाके में एक विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने तीन दिनों तक शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के बाद गुरुवार, 10 अप्रैल 2025 को घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता का नाम शाइस्ता बताया जा रहा है, और इस मामले में उसकी सास सजदा, देवर आज़ाद और अमजद, साथ ही ननद अंजुम पर गंभीर आरोप लगे हैं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें शाइस्ता ने अपनी आपबीती बयान की है।
तीन दिन की प्रताड़ना का अंत घर से बेघर होने में
जानकारी के मुताबिक, शाइस्ता पिछले तीन दिनों से अपने ससुराल में लगातार उत्पीड़न का शिकार हो रही थी। उसने बताया कि ससुराल वाले आए दिन उसे दहेज के लिए ताने मारते थे और मानसिक रूप से परेशान करते थे। हालात तब और बिगड़ गए जब गुरुवार सुबह सास, देवर और ननद ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। शाइस्ता का कहना है कि उसे जान से मारने की धमकियां भी दी गईं। आखिरकार, उसे घर से बाहर निकाल दिया गया। इस पूरी घटना की जानकारी शाइस्ता ने पहले ही सोशल मीडिया के जरिए एक वीडियो में साझा कर दी थी, जो अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिस ने लिया संज्ञान, शुरू की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कंट्रोल रूम 112 की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। शाइस्ता की शिकायत पर पुलिस ने उसके ससुरालियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की तैयारी कर ली है। पीड़िता को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है और उसकी मेडिकल जांच के साथ-साथ बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शाइस्ता की तहरीर के आधार पर आगे की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
सोशल मीडिया बना आवाज़ उठाने का जरिया
शाइस्ता का वायरल वीडियो इस मामले को सुर्खियों में लाने का सबसे बड़ा जरिया बना। वीडियो में उसने साफ शब्दों में अपने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकियों के आरोप लगाए हैं। यह वीडियो न सिर्फ सहारनपुर बल्कि पूरे प्रदेश में लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए पीड़िता को तुरंत न्याय देने की मांग की है।
समाज के लिए एक सबक
यह घटना केवल शाइस्ता की निजी पीड़ा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में व्याप्त घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की गंभीर समस्या को उजागर करती है। आज के दौर में जब महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, तब भी घर की चारदीवारी के भीतर ऐसी घटनाएं होना बेहद चिंताजनक है। इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई जरूरी है, ताकि पीड़िता को इंसाफ मिले और समाज में यह संदेश जाए कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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