मेरठ से रुड़की दावत मे जाते हुए हुआ भयंकर हादसा: मेरठ के कमालपुर गांव के गाड़ा परिवार पर टूटी दुखों की मार
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मेरठ, कमालपुर, गाड़ा बिरादरी, सड़क हादसा |
मेरठ: जिला मेरठ के कमालपुर गांव का गाड़ा परिवार उस समय गहरे सदमे में डूब गया जब उनके परिवार के सदस्य एक दावत में शामिल होने जा रहे थे और मुजफ्फरनगर बाइपास पर एक भयंकर सड़क हादसे का शिकार हो गए। यह दर्दनाक घटना उस समय हुई जब परिवार रूडकी में अपने रिश्तेदार के यहां दावत खाने जा रहा था। हादसे ने पूरे गांव और गाड़ा बिरादरी में शोक की लहर दौड़ा दी है।
हादसे का दर्दनाक मंजर
जानकारी के मुताबिक, कमालपुर गांव से रूडकी जा रहे गाड़ा परिवार की गाड़ी को एक आइसर ट्रैवेटर ट्रॉली ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। यह हादसा इतना भयंकर था कि मौके पर ही दो लोगों की जान चली गई, जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में एक लड़की और उसकी धेवती (नानी) शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह लड़की कमालपुर की रहने वाली थी और उसकी शादी मेरठ जिले के राछोती गांव में हुई थी। वह अपनी सलज की दावत में शामिल होने के लिए रूडकी जा रही थी।
हादसे के बाद घायल बच्चों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को सूचना दी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
परिवार और बिरादरी में मातम
इस हादसे ने गाड़ा परिवार और कमालपुर गांव में दुख का पहाड़ तोड़ दिया है। परिवार में रो-रोकर बुरा हाल है, और हर कोई इस अनहोनी से स्तब्ध है। गाड़ा बिरादरी के लोग मृतकों की आत्मा की शांति के लिए अल्लाह से दुआएं मांग रहे हैं और उनकी आखिरत में मगफिरत की प्रार्थना कर रहे हैं। गांव में चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है, और लोग एक-दूसरे को सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। मुजफ्फरनगर बाइपास पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाएं प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की तेज रफ्तारी और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी आम बात है। इस घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
एक खुशी का मौका बन गया मातम
जो परिवार दावत की खुशी में शामिल होने जा रहा था, उसके लिए यह सफर जिंदगी का सबसे दर्दनाक लम्हा बन गया। कमालपुर और राछोती गांव के लोगों का कहना है कि यह नुकसान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। समाज के लोग परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं और घायल बच्चों के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
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