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बेहट हत्या, तेली समाज, बारूगढ़ |
बेहट विधानसभा के बारूगढ़ गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने तेली समाज को झकझोर कर रख दिया है। करीब आठ दिन पहले एक 20 वर्षीय युवक की लाश पास के जंगल से संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुई थी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह हत्या एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी, जिसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। परिवार ने कुरड़ीखेड़ा गांव के कुछ युवकों के खिलाफ मिर्जापुर थाने में तहरीर दी थी, लेकिन आठ दिन बीत जाने के बावजूद न तो कोई जांच शुरू हुई और न ही मुकदमा दर्ज किया गया। इस देरी से स्थानीय लोगों में गुस्सा और निराशा बढ़ती जा रही है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। पीड़ित परिवार ने बताया कि उनका बेटा जिंदादिल और मेहनती था, और उसका किसी से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था। परिवार का दावा है कि कुछ लोग उनके बेटे को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। तहरीर में नामजद किए गए संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर परिवार और समुदाय के लोग लगातार थाने के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस मामले में तेली समाज ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए स्थानीय नेताओं से हस्तक्षेप की मांग की है। समाज के लोगों का कहना है कि उन्होंने बेहट विधानसभा में सांसद इमरान मसूद को इसलिए वोट दिया था ताकि वह पिछड़े और मुस्लिम समुदाय के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ उनकी आवाज उठाएं। लेकिन समाज के एक वर्ग का आरोप है कि सांसद न तो उनकी बात सुन रहे हैं और न ही इस मामले में कोई रुचि दिखा रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमने इमरान मसूद साहब को इसलिए चुना था कि वह हमारे दुख-दर्द में साथ दें, लेकिन आज वह फोन तक नहीं उठाते।"
इस बीच, तेली समाज के नेता और चेयरमैन माजिद अली ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। माजिद अली ने मिर्जापुर थाने के कोतवाल से भी मुलाकात की और मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, "यह बेहद शर्मनाक है कि आठ दिन बीत जाने के बावजूद पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिला। हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं और इसके लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।"
स्थानीय लोग इस मामले को लेकर सड़कों पर उतरने की भी योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि अगर जल्द ही जांच शुरू नहीं हुई और दोषियों को सजा नहीं मिली, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। तेली समाज के लोगों ने अन्य सामाजिक संगठनों से भी इस मुद्दे पर समर्थन मांगा है।
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाती है। लोग अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ मिलेगा।
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