गाड़ा बिरादरी के गाँव मे भाइयों के बीच खेत के पानी को लेकर जानलेवा विवाद, सूत्रों के अनुसार गोली व बलकटी चलने की खबर वायरल
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बहोडपुर गाँव, गाड़ा बिरादरी, मेरठ समाचार |
छोटी बात से शुरू हुआ बड़ा विवाद
आज, 6 अप्रैल 2025 की रात, बहोडपुर गाँव में दो भाइयों के बीच खेत के पानी को लेकर झगड़ा शुरू हुआ। मामला तब बिगड़ गया जब एक भाई के खेत का पानी टूटकर दूसरे के खेत में चला गया। यह छोटी सी बात इतनी बढ़ गई कि दोनों भाई एक-दूसरे की जान लेने पर उतारू हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद के दौरान ईख काटने वाली बल्किटी (हंसिया) और यहाँ तक कि गोली चलाने की नौबत तक आ गई। गाँव में तनाव का माहौल बन गया और लोग दहशत में आ गए।
हालांकि, समय रहते गाँव वालों और प्रशासन ने मामले को संभाल लिया, जिससे कोई बड़ी हानि नहीं हुई। पुलिस और स्थानीय लोगों की तत्परता से स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस घटना ने गाँव में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है विवाद की जड़?
गाड़ा बिरादरी के इस गाँव में पहले भी आपसी मतभेद देखे गए हैं, लेकिन इस बार का झगड़ा कुछ अलग था। कुछ लोगों का मानना है कि यह लड़ाई दो भाइयों के बीच की नहीं, बल्कि बाहरी लोगों ने इसे भड़काया है। गाँव में चर्चा है कि कुछ राजनीतिक तत्वों ने इस मौके का फायदा उठाकर मौजूदा प्रधान पर निशाना साधा है। लोगों का कहना है कि प्रधान गाँव के मसलों को सुलझाने में नाकाम रहे हैं, जिसके चलते ऐसी घटनाएँ बढ़ रही हैं।
एक ग्रामीण ने कहा, "अगर प्रधान ही हर बात का फैसला नहीं कर सकते, तो वे प्रधान क्यों बने? क्या वे गाँव का बँटवारा करने आए हैं या मिलजुलकर विकास करने?" यह सवाल अब गाँव में हर किसी की जुबान पर है।
प्रशासन का हस्तक्षेप
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर दोनों पक्षों को शांत किया और मामले की जाँच शुरू कर दी है। गाँव में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है। एक अधिकारी ने बताया, "हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। दोनों पक्षों से बात की जा रही है ताकि आगे कोई विवाद न हो।"
गाँव का भविष्य क्या?
बहोडपुर गाँव, जो अपनी एकता और समृद्धि के लिए जाना जाता था, आज तनाव और आपसी मतभेदों की आग में झुलस रहा है। बिजली के खंभों से लेकर खेत के पानी तक, छोटे-छोटे मसले यहाँ बड़े विवाद का रूप ले रहे हैं। गाँव के बुजुर्गों का कहना है कि अगर समय रहते इन समस्याओं का हल नहीं निकाला गया, तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
इस घटना ने न सिर्फ गाड़ा बिरादरी के बीच की एकता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि स्थानीय नेतृत्व और प्रशासन की भूमिका पर भी बहस छेड़ दी है। अब देखना यह है कि क्या बहोडपुर गाँव अपनी पुरानी शांति और सम्मान को वापस पा सकेगा, या यह तनाव और गहरा होगा।
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