अलीगढ़ में वक्फ संशोधन बिल के समर्थन मे मुस्लिमों ने ढोल-नगाड़ों के साथ बाटे लड्डू, शिकोह फाउंडेशन ने जताई खुशी
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अलीगढ़, वक्फ संशोधन बिल, शिकोह फाउंडेशन |
अलीगढ़, 2 अप्रैल 2025: आज अलीगढ़ में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जहां वक्फ संशोधन बिल 2024 के समर्थन में स्थानीय लोगों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर उत्सव मनाया। इस मौके पर शिकोह फाउंडेशन के अध्यक्ष मोहम्मद आमिर रशीद के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को लड्डू खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। यह आयोजन शहर में उस समय चर्चा का केंद्र बन गया, जब रंग-बिरंगे बैनरों और उत्साहपूर्ण माहौल के बीच लोग इस बिल के समर्थन में एकजुट हुए।
शिकोह फाउंडेशन की ओर से लगाए गए बैनर पर लिखा था, "केंद्र की मोदी सरकार द्वारा संसद में वक्फ संशोधन बिल पेश करने पर सभी देश के मुसलमानों को हार्दिक शुभकामनाएं, मोदी सरकार का हिंदुस्तानी अब्बार।" बैनर पर दारा शिकोह का नाम भी देखा गया, जो मुगल बादशाह शाहजहां के सबसे बड़े बेटे थे और अपनी सूफी विचारधारा व हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए जाने जाते हैं। इस आयोजन में शिकोह फाउंडेशन ने साफ तौर पर इस बिल का समर्थन करते हुए इसे मुस्लिम समुदाय के हित में बताया।
आयोजन के दौरान कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को लड्डू बांटे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर खुशी का इजहार किया। इस मौके पर मोहम्मद आमिर रशीद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "वक्फ संशोधन बिल मुस्लिम समुदाय के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाएगा और समुदाय के विकास में मदद करेगा। हम केंद्र की मोदी सरकार के इस कदम का स्वागत करते हैं।"
हालांकि, इस बिल को लेकर देशभर में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां एक तरफ शिकोह फाउंडेशन जैसे संगठन इसका समर्थन कर रहे हैं, वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे संगठनों ने इस बिल का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह बिल मुस्लिम धार्मिक स्वतंत्रता को कमजोर करता है और वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने का प्रावधान समुदाय के अधिकारों पर हमला है।
इस आयोजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही हैं। एक तस्वीर में कार्यकर्ताओं को लड्डू बांटते हुए देखा जा सकता है, तो दूसरी तस्वीर में मोहम्मद आमिर रशीद मीडिया से बात करते नजर आ रहे हैं। इस उत्सव ने अलीगढ़ में एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जहां लोग इस बिल के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार रख रहे हैं।
वक्फ संशोधन बिल 2024 को पिछले साल 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था। इस बिल में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में तकनीकी सुधार, पारदर्शिता और गैर-मुस्लिम सदस्यों को वक्फ बोर्ड में शामिल करने जैसे प्रावधान हैं। लेकिन इन प्रावधानों को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। अलीगढ़ का यह आयोजन इस बहस में एक नया रंग भरता नजर आ रहा है।
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