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क्रिकेट,आईपीएल 2025,जीशान अंसारी |
लखनऊ, 30 मार्च 2025: क्रिकेट की दुनिया में कई बार ऐसी कहानियाँ सामने आती हैं, जो दिल को छू लेती हैं और संघर्ष के बावजूद सफलता की मिसाल पेश करती हैं। ऐसी ही एक कहानी है लखनऊ के जीशान अंसारी की, जिन्होंने हाल ही में आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की ओर से डेब्यू करते हुए इतिहास रच दिया। अपने पहले ही मैच में जीशान ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की और तीन बड़े विकेट—फाफ डु प्लेसिस, फ्रेजर-मैकगर्क और KL राहुल—लेकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
एक सपने का लंबा सफर
जीशान की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। 2016 में, जब वह सिर्फ 16 साल के थे, तब उनका चयन भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए हुआ था। उस टीम में ऋषभ पंत, ईशान किशन और सरफराज खान जैसे स्टार खिलाड़ी भी थे, जिन्होंने बाद में क्रिकेट की दुनिया में बड़ा नाम कमाया। लेकिन जीशान के लिए सफर इतना आसान नहीं था। उस समय उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी। लखनऊ के अलीगंज इलाके में उनका घर छोटा-सा था, जहां उनके परिवार के साथ-साथ दो चाचा और उनके परिवार के 15-16 लोग भी रहते थे।
पिता और चाचा मामूली आय से परिवार चलाते थे, और घर की महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई जैसे छोटे-मोटे काम करने पड़ते थे ताकि घर की गाड़ी चलती रहे। जीशान को प्रैक्टिस के लिए सही क्रिकेटिंग गियर तक नहीं मिल पाते थे, जो उनके लिए एक बड़ा रोड़ा था। 2016 में न्यूज नेशन के लिए एक इंटरव्यू के दौरान वह भावुक हो गए थे और आंखों में आंसू लेकर अपनी परेशानियों को साझा किया था। लेकिन इन मुश्किलों के बावजूद, जीशान का जुनून और मेहनत कभी कम नहीं हुई।
आईपीएल में शानदार डेब्यू
आज, नौ साल बाद, जीशान का सपना सच हो गया है। 30 मार्च 2025 को वाइजैग में खेले गए आईपीएल मैच में, सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मौका दिया। अपने पहले ही मैच में जीशान ने साबित कर दिया कि वह सोने की तरह कीमती हैं। अपनी घातक लेग-स्पिन से उन्होंने फाफ डु प्लेसिस, फ्रेजर-मैकगर्क और KL राहुल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। यह प्रदर्शन न सिर्फ उनकी प्रतिभा को उजागर करता है, बल्कि उनके लंबे इंतजार और मेहनत को भी सलाम करता है।
क्यों लगा इतना वक्त?
लेकिन सवाल यह भी उठता है कि आखिर जीशान को सोना बनने में इतना वक्त क्यों लगा? कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की कमी नहीं, लेकिन सही मौकों और संसाधनों की कमी होती है। जीशान ने यूपी टी20 लीग में मेरठ मावेरिक्स की ओर से शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 24 विकेट लेकर टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। इसके अलावा, फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए 17 विकेट लिए हैं। फिर भी, उन्हें आईपीएल तक पहुंचने में इतना वक्त क्यों लगा? शायद सिस्टम की कमी, आर्थिक चुनौतियां और मौकों की कमी इसके पीछे के कारण हैं।
प्रेरणा की मिसाल
जीशान की कहानी उन सभी युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों की कमी और आर्थिक मुश्किलों के बावजूद अपने सपनों को जीने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शेन वॉर्न, अनिल कुंबले और पीयूष चावला जैसे दिग्गज स्पिनरों से प्रेरणा ली और उनकी गेंदबाजी को बारीकी से स्टडी किया। पीयूष चावला के साथ मैदान साझा करने को वह अपने लिए एक विशेष अनुभव मानते हैं।
आज, जब जीशान अंसारी आईपीएल में चमक रहे हैं, तो यह सिर्फ उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि हर उस खिलाड़ी की जीत है, जो संघर्ष के बावजूद हार नहीं मानता। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि यह डेब्यू जीशान के करियर की शुरुआत होगी, और वह भविष्य में और ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे।
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