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संसद भवन मे गरजे संजय चौहान |
नई दिल्ली, 21 मार्च 2025: आज राजya सभा में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने एक ऐसी स्पीच दी, जिसने पूरे राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। अपनी बेबाक और जोरदार आवाज में संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया अंतरिक्ष में कदम बढ़ा रही है, तो भारत के कुछ लोग अभी भी इतिहास की कब्रें खोदने और मस्जिदों के नीचे मंदिर खोजने में लगे हुए हैं। उनकी यह टिप्पणी देश में चल रही राजनीतिक और सांस्कृतिक बहसों को एक नया मोड़ दे सकती है।
संजय सिंह ने अपनी स्पीच में सवाल उठाया, "चलो मुगलों का बनाया हुआ लाल किला तोड़ते हैं, ताजमहल तोड़ते हैं, सारी सड़कें, सारे पुल तोड़ते हैं, पूरे देश में तोड़फोड़ करते हैं, पूरे देश को खोदते हैं। आप पढ़ाइए मुगलों का इतिहास, लेकिन जब पूरी दुनिया अंतरिक्ष में पहुंच रही है, तो आप कब्र खोदने में और मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने में क्यों लगे हुए हैं?" उनकी ये बातें न केवल बीजेपी और आरएसएस पर सीधा हमला थीं, बल्कि देश के विकास और प्रगति पर भी एक गहरा सवाल खड़ा करती हैं।
संजय सिंह की यह स्पीच उस समय आई है, जब देश में राजनीतिक माहौल पहले से ही गरमाया हुआ है। हाल ही में कर्नाटक विधानसभा में 18 बीजेपी विधायकों को हंगामा करने और हनी-ट्रैप कांड तथा मुसलमानों को 4 फीसदी कोटा देने वाले विधेयक पर बाधा डालने के आरोप में 6 महीने के लिए निलंबित किया गया है। इस घटना ने भी राजनीतिक और सामाजिक तनाव को और बढ़ा दिया है। संजय सिंह की बातें इन मुद्दों को और व्यापक संदर्भ देती हैं, जहां इतिहास, धर्म और राजनीति का घालमेल साफ दिखाई देता है।
मुगल इतिहास और उनकी विरासत, जैसे लाल किला और ताजमहल, भारत में हमेशा से बहस का विषय रहे हैं। ये स्मारक न केवल वास्तुशिल्प की बेजोड़ मिसाल हैं, बल्कि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी हैं। लेकिन कुछ संगठनों और नेताओं द्वारा इनके संरक्षण और महत्व को लेकर उठाए गए सवालों ने अक्सर विवाद खड़ा किया है। संजय सिंह की स्पीच इन बहसों को एक नई दिशा देती है, जहां वे विकास और प्रगति की बात करते हुए पुरानी कटुता को पीछे छोड़ने की अपील करते दिखे।
सोशल मीडिया पर संजय सिंह की इस स्पीच को लेकर लोग जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई यूजर्स ने उनकी बातों को समर्थन दिया, तो कुछ ने इसे राजनीतिक बयानबाजी करार दिया। लेकिन यह स्पष्ट है कि उनकी यह स्पीच आने वाले दिनों में राजनीतिक चर्चाओं का हिस्सा बनेगी।
गाडा टाइम्स के लिए,
राहुल शर्मा, राजनीतिक संवाददाता
राहुल शर्मा, राजनीतिक संवाददाता
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