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हापुड़, 25 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक बार फिर जमीनी विवाद ने खूनी रूप ले लिया। पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के कमालपुर गांव में दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर हुए विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर लाठी-डंडे बरसाए, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, कमालपुर गांव में लंबे समय से दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर तनाव चल रहा था। मंगलवार को यह विवाद उस समय हिंसक हो गया, जब दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि दोनों तरफ से लाठी-डंडे निकल आए। इस दौरान एक व्यक्ति पर इतनी बेरहमी से हमला किया गया कि वह मौके पर ही बेहोश हो गया। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि खेतों के बीच कुछ लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, जबकि पास में खड़ा एक ट्रैक्टर और कुछ अन्य लोग भी नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने लिया संज्ञान
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हापुड़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है। यूपी पुलिस ने अपने आधिकारिक X हैंडल से हापुड़ पुलिस को टैग करते हुए तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस मामले में कितने लोग घायल हुए हैं और क्या किसी की गिरफ्तारी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के विवाद गांवों में अक्सर देखने को मिलते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
गांवों में जमीनी विवाद का बढ़ता कहर
हापुड़ की यह घटना एक बार फिर गांवों में जमीनी विवादों की गंभीरता को उजागर करती है। हाल ही में बेगूसराय, बिहार में भी एक जमीनी विवाद में 15 लोग घायल हो गए थे, जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी। उत्तर प्रदेश में भी इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के 2025 के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अपराध दर सबसे ज्यादा है, और जमीनी विवाद इनमें एक बड़ा कारण हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। एक यूजर ने लिखा, "गांवों की यह हकीकत है। यहां मानसिक क्षुद्रता और ओछापन ही देखने को मिलता है। जो लोग सामर्थ्य रखते हैं, वे गांव छोड़कर चले जाते हैं।" वहीं, एक अन्य यूजर ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या जंगलराज बना रखा है योगी ने? जमीनी स्तर पर कुछ नहीं दिखता।" कई लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहते हैं जानकार?
जानकारों का मानना है कि गांवों में जमीनी विवादों को रोकने के लिए जमीन के रिकॉर्ड को डिजिटल और पारदर्शी बनाने की जरूरत है। इसके साथ ही, ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और पुलिस की सक्रियता बढ़ाने की भी जरूरत है। अगर समय रहते इस तरह के विवादों को सुलझाया नहीं गया, तो ऐसी घटनाएं बढ़ती रहेंगी।
आगे क्या?
फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस घटना के दोषियों को सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। गड़ा टाइम्स इस मामले पर नजर बनाए हुए है और जैसे ही कोई नई जानकारी मिलेगी, हम आपको अपडेट करेंगे।
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