बेंगलुरु में BEL इंजीनियर दीपराज चंद्रा की गिरफ्तारी, पाकिस्तान को रक्षा गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप
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Deepraj Pakistani Agent Arrested |
बेंगलुरु, 21 मार्च 2025: भारत की रक्षा सुरक्षा को झटका लग सकता है, क्योंकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के एक सीनियर इंजीनियर दीपराज चंद्रा को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दीपराज ने देश की संवेदनशील रक्षा जानकारी को पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा किया, और इसके बदले में उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान मिला। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनकर उभरा है, और इसे लेकर खुफिया एजेंसियां सतर्क हैं।
दीपराज चंद्रा, जो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले हैं, BEL के प्रोडक्ट डेवलपमेंट और इनोवेशन सेंटर (PDIC) में सीनियर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने उत्पादन सिस्टम, ऑफिस लेआउट और सीनियर अधिकारियों की जानकारी जैसे महत्वपूर्ण डेटा को लीक किया। यह जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर्स तक पहुंचाने के लिए दीपराज ने एन्क्रिप्टेड चैनल्स जैसे ईमेल, व्हाट्सएप और टेलीग्राम का इस्तेमाल किया।
क्रिप्टोकरेंसी में हुआ था लेनदेन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीपराज को इस जासूसी के लिए क्रिप्टोकरेंसी, जैसे बिटकॉइन, में भुगतान किया गया। यह तरीका आधुनिक तकनीकी जासूसी का एक नया रूप दर्शाता है, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बन सकता है। केंद्रीय, राज्य और रक्षा खुफिया एजेंसियों के संयुक्त ऑपरेशन में दीपराज को गिरफ्तार किया गया, और अब इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा
यह मामला भारत की रक्षा क्षेत्र में गंभीर सेंध लगाने की ओर इशारा करता है। BEL, जो भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक नवरत्न PSU है, सेना, नौसेना और वायुसेना के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद और सिस्टम बनाती है। ऐसे में किसी इंजीनियर का संवेदनशील जानकारी लीक करना देश की सुरक्षा के लिए बेहद चिंताजनक है। यह पहली बार नहीं है जब ऐसा मामला सामने आया हो—कुछ समय पहले कानपुर के एक आर्डनेंस फैक्ट्री कर्मचारी को भी इसी तरह की गतिविधियों के लिए पकड़ा गया था।
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस खबर ने तुरंत सुर्खियां बटोरीं। कई यूजर्स ने इसे देशद्रोह करार देते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की, जबकि कुछ ने रक्षा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, "देश में गद्दार हैं, इनके खिलाफ कोई रियायत नहीं होनी चाहिए।" दूसरी ओर, कुछ लोगों ने सरकार और खुफिया एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई की तारीफ की।
आगे की जांच
अब सवाल यह है कि दीपराज ने कितने समय से यह गतिविधियां चलाईं और कितनी संवेदनशील जानकारी लीक हो चुकी है। खुफिया एजेंसियां इस मामले में गहराई से छानबीन कर रही हैं, ताकि किसी भी और खतरे को समय रहते रोका जा सके। यह मामला न सिर्फ BEL बल्कि पूरे रक्षा क्षेत्र में सुरक्षा प्रोटोकॉल्स को मजबूत करने की जरूरत को उजागर करता है।
गाडाटाइम्स इस मामले पर और अपडेट्स के लिए लगातार नजर बनाए हुए है। अगर आपको इस बारे में कोई जानकारी या विचार है, तो हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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