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Indian origin man raped korean girl |
सिडनी, 12 मार्च 2025 (स्थानीय समय सुबह 8:00 बजे IST): ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत ने भारतीय मूल के एक व्यक्ति, बेलेश धनखड़ को 5 दक्षिण कोरियाई महिलाओं के साथ बलात्कार और उत्पीड़न का दोषी पाया है। इसके लिए उसे 40 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। यह मामला सिडनी में पिछले कुछ समय से सुर्खियों में था और अब इस फैसले ने भारतीय और कोरियाई समुदाय में हलचल मचा दी है।
क्या है पूरा मामला?
सिडनी की एक कोर्ट ने पाया कि बेलेश धनखड़ ने दक्षिण कोरियाई मूल की पांच महिलाओं को नौकरी का लालच देकर अपने जाल में फंसाया। इन महिलाओं को सिडनी में नौकरी के विज्ञापन के जरिए बुलाया गया था। धनखड़ ने पहले इन महिलाओं को नशीला पदार्थ दिया और फिर उनके साथ बलात्कार किया। कोर्ट ने इसे बेहद गंभीर अपराध माना और धनखड़ को 40 साल की सजा सुनाई।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित महिलाओं में से एक ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज की। इसके बाद जांच शुरू हुई और धनखड़ के खिलाफ कई सबूत मिले, जिसमें वीडियो फुटेज और चैट रिकॉर्ड्स शामिल थे। कोर्ट ने इसे "बेहद क्रूर और अमानवीय कृत्य" करार देते हुए सजा का ऐलान किया।
कोरियाई समुदाय में गुस्सा
दक्षिण कोरियाई समुदाय ने इस फैसले का स्वागत तो किया है, लेकिन साथ ही इस घटना से वे गहरे सदमे में हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक कोरियाई मूल की महिला ने लिखा, "हमें उम्मीद है कि यह सजा दूसरों के लिए सबक होगी। हमारी बहनों को इस दर्द से गुजरना पड़ा, यह भूलना मुश्किल है।"
भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया
भारतीय समुदाय में भी इस घटना ने शर्मिंदगी और दुख की लहर पैदा की है। सिडनी में रहने वाले एक भारतीय नागरिक ने कहा, "यह बहुत शर्मनाक है कि भारतीय मूल का कोई व्यक्ति ऐसा घिनौना काम करेगा। हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सिखाया जाता है, लेकिन ऐसे लोग हमारे समुदाय का नाम खराब करते हैं।"
कोर्ट का फैसला
कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा कि बेलेश धनखड़ ने न सिर्फ इन महिलाओं का शारीरिक शोषण किया, बल्कि उनके भरोसे और सपनों को भी तोड़ा। जज ने कहा, "आपने इन महिलाओं की जिंदगी तबाह कर दी। यह सजा समाज को एक संदेश है कि ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
पुलिस और जांच
सिडनी पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की। जांच के दौरान कई सबूत जुटाए गए, जिसमें धनखड़ के फोन से मिले मैसेज और वीडियो शामिल थे। पुलिस ने बताया कि धनखड़ ने बहुत सोच-समझकर इन वारदातों को अंजाम दिया था, जिसके चलते उसे सजा में कोई रियायत नहीं दी गई।
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह खबर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। कई लोगों ने इस सजा को सही ठहराया है, तो कुछ ने ऑस्ट्रेलिया में विदेशी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। एक यूजर ने लिखा, "विदेश में नौकरी के नाम पर ऐसे जाल में फंसना बहुत खतरनाक है। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।"
निष्कर्ष
यह मामला न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि यह विदेश में नौकरी की तलाश में जाने वाली महिलाओं के लिए एक चेतावनी भी है। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के व्यक्ति बेलेश धनखड़ को मिली 40 साल की सजा ने यह साफ कर दिया है कि अपराध की कोई माफी नहीं होगी। इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा और जागरूकता के मुद्दों को सामने ला दिया है।
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