Skip to main content

मोदी सरकार ने हज करने वाले हाजी यात्रियों के लिए दी बड़ी डिजिटल सौगात, कैसे मिलेगी हज यात्रियों को डिजिटल मदद -

National Commission Minorities & Cabinet Minister 

पिछले दो साल से दुनियाभर में कोरोना महामारी के चलते सभी पवित्र स्थल बंद थे, दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम पवित्र स्थल मक्का मदीना में भी दूसरे देशों से आये अन्य हाजी या श्रद्धालुओं पर भी जाने पर रोक लग गयी थी। लेकिन आज के समय मे कोरोना महामारी पर तमाम देशों ने काफी हद्द तक रोकथाम के लिए लोगो को वैक्सीन देकर जो प्रयाश किये उससे कोरोना महामारी पर विराम लगता नज़र आ रहा है। सऊदी अरब आज के समय में दुनिया के एकमात्र देशों में से एक है जहाँ पर कोरोना महामारी से बचने के लिए जो मास्क का लगाने की अनिवार्यता थी उसपर पूरी तरह से लोगो को छूट दे दी है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सऊदी अरब देश मे कोरोना महामारी अंतिम दौर में है।

भारत देश की मोदी सरकार ने कोरोना महामारी से पहले भारत को डिजिटल भारत बनाने की पुरज़ोर कोशिश की है और आज के समय मे पूरा भारत डिजिटल होता नजर आ रहा है। डिजिटल भारत के चलते मोदी सकरार ने मुस्लिमो के लिए भी कई खास क़दम उठाये है। कोरोना महामारी के समय में देशभर में लॉकडाउन के चलते लोगो के मिलने जुलने या फिर कहीं पर आने जाने की पाबंदी के चलते National Commission Minorites ने एक ऐसा एप लॉन्च किया था जिससे minorites लोग अल्पशंखयक आयोग को अपनी शिकायत या कोई भी समस्या के बारे सूचित कर सकता है। अल्पशंखयक आयोग में कोई भी शिकायत करने के बाद आप अपने अपनी शिकायत का स्टेटस चेक कर सकते है।

नेशनल कमीशन आयोग के वाइस चेयरमैन ओर केंद्रीय मंत्री श्री आतिफ़ रशीद गौड़ जी ने एक इंटरव्यू में अल्पशंखयक समुदाय के लोगो तक इस एप्प को पहुंचाने के लिए नेशनल मीडिया को एक इंटरव्यू के जरिये बताया था। जिसमे श्री आतिफ़ रशीद गौड़ जी ने अल्पशंखयक समुदाय के किसी भी हैसियत यानी एक आम लोगो के लिए भी यह एक सुनहरा एप्प बताया था जिससे कोई अल्पशंखयक समुदाय का व्यक्ति अपनी परेशानी या किसी भी समस्या के हल को लेकर भी अपनी बात अल्पशंखयक आयोग तक पहुँचा सकता है। अगर आपने यह ऐप्प डाउनलोड नही की हुई है और आप इस ऐप्प को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना चाहते है तो आगे लिंक पर क्लिक करें 👉 Install NCMCMS App

श्री आतिफ़ रशीद केंद्रीय मंत्री एवं अल्पशंखयक आयोग के वाइस चेयरमैन ने नीचे वीडियो में NCMCMS ऐप्प के बारे में इंटरव्यू में बताया -

अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ओर केंद्रीय मंत्री श्री अब्बास नकवी जी ने ट्वीट करके लोगो को E- Masiha ऐप्प के बारे में जानकारी दी जिसमे अब्बास नकवी जी ने बताया की आने वाले समय मे हजयात्रा के लिए सऊदी अरब देश में जाने वाले हाजियों के लिए अल्पशंखयक आयोग ने E-Masiha ऐप्प जारी किया है जिससे सऊदी अरब शहर मक्का जाने वाले यात्री E-Masiha ऐप के जरिये मक्का शहर में अपने हज यात्रा से लेकर रहने, खाने ओर आदि जानकारी सीधा E- Masiha ऐप्प से ले सकेंगे।

केंद्रीय मंत्री श्री आतिफ़ रशीद जी का कहना है E-Masiha ऐप्प हज यात्रा करने वाले हाजियों के लिए एक डिजिटल हेल्थ कार्ड के रूप में काम करेगा, जिसमे हज करने वाले हाजी को उसके सामान (luggage) से लेकर पूरे शहर की यात्रा और उसके रहने के ख़र्चे को लेकर पूरी जानकारी देगा। केंद्रीय मंत्री श्री अब्बास नक़वी ने ट्वीट करते हुए यह भी जानकारी दी है कि यह ऐप्प हज करने वाले सभी यात्रियों के लिए रहेगा, इस ऐप्प के जरिये पहली बार सऊदी अरब के शहर मक्का जाने वाला यात्री ट्रांसपोर्ट की जानकारी भी ले सकता है और आसानी से अपनी हज यात्रा पूरी कर पाएंगे।

मोदी सरकार के अल्पशंखयक मंत्रियों के अनुसार मोदी सरकार भारत देश के मुस्लिम समुदाय को लेकर काफी मशक्कत कर रही है। मोदी सरकार भारत देश के मुस्लिमो को भी "सबका साथ सबका विकास" नीति के चलते डिजिटल भारत मे शामिल कर रही है। अल्पशंखयक आयोग के चेयरमैन ओर केंद्रीय मंत्री श्री आतिफ़ रशीद जी का कहना है कि मोदी सरकार के इस कदम से मुस्लिम समाज में काफी प्रशंसा होगी। दिलचस्प देखना यह होगा ये ये ऐप्प कब तक लोगो के काम मे आ पाएगी ओर इसका भी इंतजार करना होगा कि हज यात्रा करने वाले हाजियों के लिए ये कितना प्रभावशाली ओर मददगार ऐप्प साबित होगा।

अगर आप मोदी सरकार के इस कदम को लेकर कोई नज़रिया रखते है तो आप कमेंट में अपनी राय जरूर ज़ाहिर करे ।।


==========================================================================
                                            Thanks for visit @www.village-viral.com
=========================================================================

Comments

Popular posts from this blog

गाड़ा बिरादरी का इतिहास - Gada caste History

Gada-Caste-History-In-hindi  गाड़ा बिरादरी की गाथा: समय के साथ एक अनोखी यात्रा मध्य एशिया की सरजमीं से शुरुआत कभी मध्य एशिया की विशाल घास के मैदानों में, तुर्क कबीलों के बीच, एक योद्धा समुदाय ने जन्म लिया—गाड़ा बिरादरी। अपनी असीम ताकत, अडिग वफादारी और युद्ध कौशल के लिए मशहूर ये गाड़ा लोग उस जमाने में एक तूफान की तरह थे। इनकी कहानी भारत की मिट्टी से कोसों दूर शुरू हुई, जहाँ साहस और सम्मान ही इनकी पहचान था। मुहम्मद बिन कासिम के साथ हिंदुस्तान में कदम (711 ईस्वी) गाड़ा बिरादरी का हिंदुस्तान से रिश्ता तब जुड़ा, जब 8वीं सदी की शुरुआत में उमय्यद खलीफा के युवा अरब सेनापति मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध घाटी पर नजरें गड़ा दीं। साल 711 में, खलीफा अल-वलीद के हुक्म से, कासिम ने राजा दाहिर को सबक सिखाने की ठानी, जिसने अरब व्यापारियों के साथ बदसलूकी की थी। समुद्र के रास्ते अपनी सेना लेकर कासिम ने देबल (आज का कराची के पास) पर कब्जा जमाया और अरोर के मैदान में दाहिर को धूल चटाकर सिंध में इस्लाम का परचम लहरा दिया। इस जीत के पीछे गाड़ा योद्धाओं का बड़ा हाथ था। कासिम की फौज के "शान और जान" कहे जाने वाल...

Top Best Sites for Interview Preparation / इंटरव्यू की तैयारी के लिए सबसे बढ़िया वेबसाइट।

www.village-viral.Com/top-sites-for-Interview-preparation किया आपकी अगली महान नौकरी के लिए इंटरव्यू नही आ रहा है, और किया आपको अपनी ताकत, कमजोरियों और टीम वर्क कौशल के उत्तर मिल गए हैं, क्या आप कंप्यूटर नेटवर्किंग के 5-4-3 नियम की व्याख्या कर सकते हैं? उद्योग-विशिष्ट इंटरव्यू के प्रश्नों पर केंद्रित एक सामाजिक वेबसाइट, आपको हॉट सीट पर अपने समय के लिए तैयार करने में मदद कर सकती है। नौकरी के लिए उम्मीदवारों से पूछे गए प्रश्नों को खोजने, पोस्ट करने या उत्तर देने के लिए किसी खाते की आवश्यकता नहीं है, लेकिन एक निःशुल्क साइन-अप करके आप उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर मिलने पर ईमेल नोटिस प्राप्त कर सकते है। किसी भी अन्य करियर और सामान्य प्रश्नों पर भी कुछ भी पूछा जा सकता है। साक्षात्कारकर्ता एक भर्तीकर्ता से नौकरी के लिए साक्षात्कार युक्तियाँ भी देख सकते हैं।  नौकरी के लिए साक्षात्कार में कैसे सफलता प्राप्त करें, इस बारे में आप इस आर्टिकल की मदद से बहुत कीमती जानकारी पा सकते है। अधिक और ज्यादा जानकारी के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ने की कोशिश करे ताकि आपको अपने कैरियर के बनाने के लिए एक ...

भारतीय गाडो/गौर/गौड़ समुदाय का इतिहास- Indian Garha community history.

गाड़ा समुदाय को कभी-कभी गौर के रूप में संदर्भित किया जाता है और कभी-कभी गाड़ा एक मुस्लिम समुदाय या जाति होती है जो भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पाई जाती है। गाड़ा समुदाय बहुत मेहनती है और अपने शब्दों के प्रति बहुत वफादार है और उनके पास अपने समूह के नेतृत्व की क्षमता है। भारत के इतिहास में गाडा कम्युनिटी का भारत को दुनिया में आगे ले जाने का बहुत  बड़ा योगदान है। गाड़ा कम्युनिटी अपने साहस और शौर्य अभिमान के लिए जाना जाता है। गाड़ा कम्युनिटी के इतिहास का चिन्ह का और फ्लैग इस प्रकार का था आप निचे पिक्चर में देख सकते हैं । History and Origin of Gada community (गाड़ा समुदाय को इतिहास) - अधिकांश  गाड़ा  उप-समूह हिंदू राजपूत समुदाय से वंश का दावा करते हैं। इस्लाम में परिवर्तन से पहले, वे चंद्रवंशी राजपूत थे। अधिकांश  गाड़ा  समूह भी गौड़ ब्राह्मण समुदाय से वंशज होने का दावा करते हैं, और दावा करते हैं कि गाड़ा  मूल गौड़ का खादी बोली परिवर्तन है।  गाड़ा  का एक जाति संघ है, जिसे अंजुमन गरहा (गढ़ संघ) कहा जाता है, जिसका प्राथ...

ब्रेकिंग न्यूज़ : पत्नी की सुंदरता बनी उसकी मौत का काल , पति ने बच्चों के सामने उड़ा दी पत्नी की गर्दन, वीडियो देखकर उड़ जायेंगे आपके होश

उत्तरप्रदेश बागपत लव मैरिज  बागपत, उत्तर प्रदेश: एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे बागपत जिले को झकझोर कर रख दिया है। यहाँ एक पति ने अपनी ही पत्नी की गला काटकर हत्या कर दी, वो भी अपने मासूम बच्चों की आँखों के सामने। इस घटना ने न केवल परिवार को तोड़ दिया, बल्कि समाज में प्यार और विश्वास के रिश्तों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस के अनुसार, यह वारदात बागपत के एक गाँव में हुई, जहाँ प्रशांत नाम के एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी पूजा (28) की हत्या कर दी। प्रशांत को शक था कि पूजा किसी और से फोन पर बात करती है। आज उसका शक जब यकीन में बदल गया, तो उसने गुस्से में आकर पूजा का गला काट दिया। हैरानी की बात ये है कि हत्या के बाद प्रशांत करीब 15 मिनट तक लाश के पास बैठा रहा और फिर खुद ही पुलिस को फोन करके अपनी करतूत की जानकारी दी। "पहले ही कह दिया था, धोखा दिया तो मार दूंगा"पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस पूछताछ में प्रशांत ने बताया कि उसने 8 साल पहले सहारनपुर की पूजा से लव मैरिज की थी। उसने शादी के समय ही पूजा को साफ-साफ कह दिया था कि अगर उसे कभी जीवन में धोखा मिला, तो वो उसे मार देगा। प्रशांत न...

Top Richest Man of Gujjar Community in India/ भारत के गुर्जर समुदाय के शीर्ष सबसे अमीर आदमी ।

भारत का गुर्जर समुदाय स्वास्थ्य और धन से बहुत मजबूत है। गुर्जर के बारे में सभी जानते हैं कि वे कितने अच्छे हैं और कितने सम्मानित लोग हैं।  गुर्जर समुदाय वास्तविक देसी भारतीय हैं और वे बहुत मेहनत हैं, गुर्जर लोग जानते हैं कि कैसे कमाना है और कैसे हासिल करना है।वे अपने दोस्त और अपने परिवार से प्यार करते हैं और गुर्जर समुदाय उन लोगों से नफरत करता है जो दोस्ती में या किसी भी रिश्ते में धोखा करते हैं।इस पोस्ट में आपको भारत के शीर्ष पांच सबसे अमीर गुर्जरों के बारे में पता चलेगा। 1. Pankaj Ramanbhai Ptael-(पंकज रमणभाई पटेल)             गुजरात में कोई नहीं बचा है जो पंकज रमनभाई पटेल के बारे में नहीं जानता हो। पंकज रमणभाई पटेल (जन्म 1951) एक भारतीय अरबपति व्यापारी हैं, जो भारत में पांचवीं सबसे बड़ी दवा कंपनी, कैडिला हेल्थकेयर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।  पंकज पटेल एक गुजराती हैं, पंकज पटेल ने अपना व्यवसाय गुजरात से ही शुरू किया था। पटेल के पास गुजरात विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ फार्मेसी और मास्टर ऑफ फार्मेसी की डिग्री है, साथ ही मु...

गाड़ा बिरादरी के 289 गाँवो के नाम, पश्चिम उत्तर प्रदेश में गाड़ा बिरादरी के गाँवो की लिस्ट।

गाड़ा बिरादरी के लोग मूलरूप से किसान होते है जो कि पारम्परिक किसानी करते है। मुस्लिम गाड़ा बिरादरी के लोग भारत के राज्य दिल्ली और हरयाणा से सटे उत्तर प्रदेश के चार जिलों में मुख्य रूप से पाए जाते है जिसमे जिला मेरठ, जिला मुज़फ्फरनगर, जिला सहारनपुर, जिला हरिद्वार शामिल है। गाड़ा बिरादरी के लोगो की सबसे ज़्यादा जनशंख्या जिला सहारनपुर में है जिसमे तकरीबन गाड़ा बिरादरी के 196 गांव शामिल है। गाड़ा बिरादरी के जिला हरिद्वार में कम से कम 54 गाँव है जहाँ पर अधिकतर गाड़ा बिरादरी के लोगो की जनशंख्या शामिल है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ में गाडा बिरादरी के 14 गाँव व जिला मुज़फ्फरनगर में 17 गाँव है जहाँ पर गाड़ा बिरादरी के लोगो की काफी तादाद है। राज्य उत्तर प्रदेश से अलग गाड़ा बिरादरी के कुछ गाँव व जनशंख्या हरयाणा राज्य के जिला यमुना नगर में 9 गाँवो में व राजधानी दिल्ली में रहते है। जिला सहारनपुर में गाड़ा बिरादरी के ज्यादा गाँव होने के कारण गाँवो को 6 सर्किल मे बाटा गया है। जिमसें देवबंद सर्किल के 17 गाँव, गंगोह सर्किल के 4 गाँव, सरसावा छिलकाना बेहत के 129 गाँव, नागल सर्किल के 6 गाँव, गगल हेरि सर्किल के...

Date of Birth kabaddi player Bittu Duggal Gujjar in Hindi / Bittu Duggal Gurjar biography / बिट्टू दुग्गल गुज्जर अंतराष्टीय कब्बड्डी खिलाड़ी।

कबड्डी एक संपर्क टीम का खेल है। साथ खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेला जाता है। इस खेल का उधेश्य एक एकल खिलाड़ी के लिए अपराध है, जिसे रेडर के रूप में चुना जाता है। विरोधी टीम के आधे हिस्से में जाकर अपने टीम के अन्य साथियों को छुड़ाने 'जो कि विरोधी टीम के द्वारा बाहर कर दिये जाते है' के लिए विरोधी टीम के ज्यादा से ज्यादा प्लेयर को टच करके पॉइंट कामना होता है। और पॉइंट को लेकर बिना सांस छोड़ें अपनी टीम में वपास जाना होता है। कबड्डी खेल तकनीकी और बारीकी गेम होने के साथ-साथ ताक़त का भी गेम होता है, ज्यादातार मजबूत कबड्डी खिलाड़ी तकनीक के साथ-साथ ताक़त का भरपूर इस्तेमाल करते है। कबड्डी खेल भारत का राष्ट्रीय खेल में से आता है। कबड्डी के इतिहास में बहुत-बहुत बड़े सूरवीर खिलाड़ी आये और आज भी खेल रहे है जैसे कि अनूप कुमार (रिटायर्ड), प्रदीप नरवाल, गौरव चौधरी, दीपक निवास हुड्डा, संदीप नरवाल, अजय ठाकुर और स्वर्गीय Bittu Duggal Gujjar / बिट्टू दुग्गल गुज्जर और बहुत से कबड्डी के महान प्लेयर है।  कबड्डी भारत के तकरीबन प्रत्येक गांव में खेला और पसंद किए जाने वाला खेल है, जगह-जगह ग्रामीण छेत्रो में कबड...

उत्तर प्रदेश के भारत देश के वो महान मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें आज भारत भूल सा चुका है।

Indian Muslim Freedom Fighters भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन भारत में ब्रिटिश शासन को जड़ से उखाड़ने के अंतिम उद्देश्य के साथ ऐतिहासिक घटनाओं की बड़ा इतिहास रहा है। यह 1857 से लेकर 1947 तक चला जो की भारतीय स्वतंत्रता के लिए पहला राष्ट्रवादी क्रांतिकारी आंदोलन बंगाल से उभरा था। इस आंदोलन ने बाद में भारत की नई घटित राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में जड़ें जमा लीं थी, जिसमें प्रमुख उदारवादी नेताओ ने ब्रिटिश शासन भारत में भारतीय सिविल सेवा परीक्षाओं में बैठने के अधिकार के साथ-साथ भारत देश मे मिट्टी से जुड़े काम करने वाले लोगों के लिए उनके अधिकार  की मांग कर रहे थे।  भारत देश को ब्रिटिश मुक्त शासन बनाने के लिए मुस्लिम फ्रीडम फाइटर के नामो की स्कूल में पढ़ाये जाने वाले सिलेबस में बहुत की कमी देखने को मिलती है जबकि भारत देश की आज़ादी के लिए भारतीय मुस्लिमों उलेमाओ को बहुत बड़ा योगदान की वास्तविकता कुछ और ही है। केवल भारत के एक ही राज्य उत्तर प्रदेश से ही ना जाने कितने मुस्लिम धार्मिक मौलानाओं को अंग्रेजो से बगावत करने की सज़ा के मौत मिली है। 20 वीं शताब्दी के शुरुआती भाग में लाल बाल पा...

मरहूम इरफ़ान अली (retd IIT roorkee ) की पोती शीजा मरयम निवासी खाता खेड़ी ने NEET, JEE और AMU B.Tech में लहराया परचम, वेस्ट यूपी व उतराखंड में खुशी की लहर

शीजा मरयम,NEET 2025,JEE 2025 दिल्ली की रहने वाली शीजा मरयम, वल्दीयत तनवीर अहमद, निवासी खाता खेड़ी, उतराखंड ने अपनी मेहनत और लगन से शिक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शीजा ने NEET और JEE में 91.33 परसेंटाइल हासिल करने के साथ-साथ AMU B.Tech में 126वीं रैंक प्राप्त की है। उनकी इस शानदार उपलब्धि से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा उतराखंड व वेस्ट यूपी और गाड़ा समाज गर्व महसूस कर रहा है। शीजा का परिवार शिक्षा से गहरा नाता रखता है। उनके मरहूम दादा इरफान अली IIT रुड़की से रिटायर्ड थे। उनकी मां शाइस्ता प्रवीण (निवासी मुज़फ्फरनगर ) AMU से अर्थशास्त्र में MA गोल्ड मेडलिस्ट और PHD धारक हैं। वहीं, उनके पिता तनवीर अहमद, जो AMU से ग्रेजुएट हैं, वर्तमान में मल्टीनेशनल कंपनी IKEA में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। शीजा ने अपने परिवार की इस शैक्षिक विरासत को न केवल कायम रखा, बल्कि उसे और बुलंदियों तक पहुंचाया। वर्तमान में शीजा का परिवार दिल्ली में रहता है। शीजा की इस कामयाबी ने हर उस लड़की के लिए एक मिसाल कायम की है, जो बड़े सपने देखती है। उनकी मेहनत और जज्बे को देखकर हर कोई प्रे...

मेरठ के इकला रसूलपुर गाँव में सनम फातिमा के साथ ससुराल में मारपीट और छत से फेंकने की दिल दहलाने वाली घटना

मेरठ क्राइम,सनम फातिमा,घरेलू हिंसा मेरठ, 1 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नवविवाहिता सनम फातिमा के साथ उसके ससुराल वालों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। सनम फातिमा, जो ग्राम इकला रसूलपुर, थाना परिक्षितगढ़ की रहने वाली हैं, को उनके पति शान-ए-आलम, ससुर जमाल, सास नसीरुन और अन्य परिजनों ने कथित तौर पर मारपीट की और छत से नीचे फेंक दिया। इस घटना में सनम को गंभीर चोटें आई हैं और वह मेरठ के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। सनम के पिता फखरुद्दीन ने बताया कि उनकी बेटी की शादी शान-ए-आलम के साथ हुई थी, लेकिन ससुराल में संपत्ति के हिस्से को लेकर लगातार विवाद चल रहा था। इस विवाद के चलते सनम के साथ आए दिन मारपीट की जाती थी। फखरुद्दीन के अनुसार, 30 जून 2025 की सुबह करीब 3 बजे, शान-ए-आलम के परिवार के लोग उनके घर में ताला तोड़कर घुस आए। इसके बाद उन्होंने सनम के साथ बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। हालात तब और बिगड़ गए, जब सुबह 4:30 बजे के आसपास, सनम को छत पर ले जाकर वहां बने जाल से नीचे फेंक दिया गया। इस हमले में सनम को गंभीर चोटें आईं,...