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Ratheri Village | रथेड़ी गाँव | गाड़ो का गाँव | जिला ~ मुज़फ्फरनगर | District ~ Muzaffarnagar | Tehsil ~ Sadar

 

गाड़ा बिरादरी के जिला मुज़फ्फरनगर के आसपास मुज़फ्फरनगर शहर से मिले हुए 13 से 14 गाँव है। जहाँ पर एक गाँव की आबादी के हिसाब से आधे या पूरे गाड़ा समाज के ही लोग रहते है। रथेड़ी गांव NH58 पर उत्तराखंड को जाते हुए सीधे हाथ पर पड़ता है जो की NH58 से अंदर को जाते हुए 500 मीटर दूरी पर पड़ता है। गाँव की शुरुआत में सय्यद मुस्लिमो का 400 बीघा का   आम का बाग पड़ता है।

रथेड़ी गाँव की कुल जनशंख्या दस हज़ार के करीब जिसमे पोलिंग 4800 वोट का होता है। रथेड़ी गाँव मे गाडा बिरादरी की शंख्या 2000 के करीब है। जिसमे गाड़ो का पोलिंग 1200 से 1300 वोटो का है। रथेड़ी गांव  में गाड़ा बिरादरी से अलग अन्य बिरादरी या जाति सय्यद, कुरेशी, लाला (बनिया), हरिजन, पठान ओर शैख़ज़ादे इत्यादि बिरादरी पाई जाती है। सन 2000 के बाद रथेड़ी गाँव का प्रधान गाड़ा बिरादरी का होता आ रहा है।

रथेड़ी गाँव मुज़फ्फरनगर जिला का एक बहुत महत्वपूर्ण गाँव, जो इतिहास से जुड़ा चला रहा है, एक समय पर रथेड़ी गाँव के एक बाघ पर कोर्ट लगती थी। रथेड़ी गाँव के लोग बहुत ही भाईचारा के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। रथेड़ी गांव का गाड़ा बिरादरी के ज़्यादातर युवा पढाई कर रहा है और नोजवान दिल्ली NCR + मुज़फ्फरनगर शहर में कार्यरत है। रथेडी गांव के गाड़ा बिरादरी के लोग पेशे से किसान है, तकरीबन रथेडी गांव का रकबा 6000 बीघा में है जिसमे गाड़ा बिरादरी के पास 3000 बीघा की खेती की ज़मीन है।

गाड़ा बिरादरी के अधिकतर युवा अरब खाड़ी के देशों में नौकरी करते है, जिसमे IT डिपार्टमेंट से लेकर होटल मैनेजमेंट, सेल्समेन, आदि नौकरी पर कार्यरत है। रथेड़ी गाँव के गाड़ा बिरादरी के लोग बिज़नेस में काफी उभर कर आ रहे है यहाँ तक खाड़ी के देशों में बिज़नेस  में भी अपना नाम कमाया हुआ है।


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