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कुछ महत्वपूर्ण धारा जो हर भारतीय को पता होना चाहिए।


दोस्तो भारत देश की जनसंख्या कुछ राजनीतिक नेताओ के भाषण के आधार पर 140 करोड़ बताई जातो है। भारत देश जनशंख्या के मामले में चीन के बाद दूसरे नंबर की दुनिया की सबसे बड़ा आबादी वाला देश है।  ओर भारत शक्तिशाली देशों की सूची में आता है, ओर भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल है। 

140 करोड़ की जनशंख्या के साथ भारत के पास एक मजबूत लोगो की खरीदारी वाली मार्किट है, दुनिया का हर एक कामयाब देश भारत की ओर बड़ी उम्मीदों से अपने बिज़नेस को फैलाने के काम से देखता है। 

लेकिन भारत मे इतनी ज्यादा जनशंख्या होने के बाद इस देश का कानून बहुत कमजोर हो रखा है ओर इसको कमजोर करने में सिर्फ और सिर्फ कानून के रखवाले ओर आम आदमी का ही हाथ होता है। 

दोस्तो हमारे भारत देश का संविधान को बनाने में संविधान के रचियता बाबा भीम राव अम्बेडकर साब जी को पूरे 2 साल 11 माह 18 दिन का समय लगा और दुनिया का एक बेहतरीन संविधान भारत देश मे लागू हुआ। 

लेकिन दोस्तो आज के इस आर्टिकल हम आपको कुछ ऐसी धाराओं के बारे में बताएंगे जो एक भारतीय को उन धाराओं को ज्ञान जरूरी होना चाहिए। इन धाराओं का इस्तेमाल किसी भी आम भारतीय को जरूरत पड़ सकती है उसी के उधस्य से हमने इस आर्टिकल को लिखा है।


बहुत बार ऐसा होता है कि आपका किसी भी आपके दुश्मन से झगड़ा हो जाता है और वो आपका दुश्मन आप पर जानलेवा हमला कर देता है और आप उस हमले से बच जाते है तो हमेशा सबसे पहले पुलिस स्टेशन जाकर उनपर धारा 307 लगवाकर हत्या की कोसिस लिखवा कर उन पर केस दर्ज कर सकते है जिसके बाद पुलिस आपके दुश्मन को गिरफ्तार करेगी और पुलिस आपके दुश्मन से आपकी रक्षा करेगी।


हमारे देश मे सामूहिक बलत्कार की खबर आती रहती है और ये अत्याचार हमेशा गरीब परिवार पर होता है जिनके पास न तो ज्यादा धन होता है और ना ही वो परिवार बलवान होता है जिसके चक्कर में हमेशा गरीब लोग पिस जाता है। लेकिन आज के इस डिजिटल जमाने मे आपका पूरा समाज साथ खड़ा हो जाता है। 

आप हमेशा सबसे पहले पुलिस स्टेशन पहुँचे ओर आरोपियों पर सामूहिक बलत्कार का धारा 376 D के साथ उनपर केस दर्ज करें, क्योंकि इस धारा से आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी।


आपने ऊपर वाली धारा के बारे में पढ़ा कि वो धारा सामूहिक बलत्कार के आरोप में लगाई जाती है, लेकिन अगर आपके परिवार की कोई लड़की का ऐसा बलत्कार करता है जो कि अकेला इंसान होता है तो उसपर आप पुलिस स्टेशन जाकर धारा 376 लगाकर उन पर केस कराके उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवा सकते है। ये दोनों धारा एक जैसी है, लेकिन इसमें सामूहिक की जगह एक आरोपी होता है


अगर आपके परिवार के किसी की भी सदस्य की आपके दुश्मन के द्वारा जान चली जाती है, ओर आप उस दुश्मन को जानते है तो आपको सबसे पहले अपने करीबी के पुलिस स्टेशन जाकर उसके नाम पर धारा 302 तहत आप उसपर केस दर्ज करा सकते है, जिसके बाद उसकी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी तेय होती है।


वैसे तो सारी धारा बहुत महत्वपूर्ण होती है, लेकिन ये एक वो धारा जिसका इस्तेमाल गाँव ओर कस्बो में सबसे ज्यादा होता है। क्योंकि गाँव ओर कस्बो में सबसे ज्यादा लोग डकैती डालते है अपने दुश्मनों के घर पर, ओर जब डकैती ढलने के बाद सब कुछ सामान चला जाता है तो लोगो को बहुत पछतावा होता है।

लेकिन पछतावा करने से कुछ नही होता है  अक्सर ऐसे हादसे होने के बाद सबसे पहले हमें अपने करीब के पुलिस स्टेशन जाकर हमे ऊनी रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए। ऐसे डकैती के बाद आप धारा 395 के साथ डकैतों पर केस दर्ज कराकर उनको कड़ी से कड़ी सजा दिला सकते है।


कभी-कभी ऐसा होता है कि आपके दुश्मन द्वारा आपका बहुत नुकसान हो जाता है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल हो जाता है और लोगो को लगता है कि ये प्राकृतिक द्वारा हुआ है। तो आप ऐसी स्तिथी में अपने करीबी पुलिस स्टेशन में जाकर जिसपर आपको पूरा यकीन होता है की आपका नुख्सान इस व्यक्ति ने किया है तो आप उन पर धारा 377 के तहत उनपर केस कर सकते है और उनको कड़ी से कड़ी सज़ा दिल सकते है ।


बहुत बार ऐसा होता है कि जब डकैत आपके घर पर डकैती डालने आते है ओर आप उनको लूट करने से रोकते हैं तो उस समय डकैत आप पर जानलेवा हमला कर देता है जिसमे आपकी जान चली जाती है। तो ऐसे में आपके परिवार के सदस्यों को बिना देर किया हुए उन डकैतों के नाम पर पुलिस स्टेशन जाकर धारा 396 लगाकर आप उनपर केस कर सकते है। जिसके कारण डकैतों को इस धारा के तहत कड़ी से कड़ी सज़ा मिलेगी और आपके साथ भी कानून न्याय करेगा।


देखे हादसे बताकर नही होते है , अगर होते है तुरन्त उनको संज्ञान में लेकर उनको कोर्ट, कचहरी में ले जाकर आप न्याय पा सकते है। कभी भी कोई भी दुश्मन हमेशा इसी ताक में रहता है कि की कैसे वो अपने दुश्मन को बिना सबूत के हानि पहुचाये।

अगर आपको जानकारी होती है कि ये घटना आपके दुश्मन के द्वारा की गई है और अब इसके सबूत खत्म किये जा रहे हैं तो आप तुरंत अपने करीबी पुलिस स्टेशन जाकर धारा 201 के साथ उनपर केस दर्ज करा सकते है जिसके तहत उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।


सभी जानते है ये अपहरण जैसे घटना एक अच्छे परिवार के साथ घटती है, जैसे कि कोई भी इंसान या आपका दुश्मन अपहरण जैसे हरकत तभी करता है जब आप कामयाबी में उससे ऊपर जाते है। वो फर आपके बच्चों या आपकी कीमती चीज़ो को अपहरण करके आपसे फिरौती मांगता है। 

लेकिन आपके साथ ऐसा होने पर आपको हमेशा अपने करीबी पुलिस स्टेशन जाकर धारा 365 ले साथ अपहरणकर्ताओं पर केस दर्ज कर सकते है , जिससे आपकी चीज़ वापस से आपके पास आ जायेगी और पुलिस अपहरणकर्ताओं पर कड़ी से कड़ी कार्योवाई करेगी।


दोस्तो ये बहुत ही महत्वपूर्ण धारा है सभी भारतीयों के लिए इसके बारे में जानना हर किसी के लिए बहुत आवश्यक है। क्योंकि आज के इस कलयुग में लोग आपको नीचे गिराने का हमेशा षडयंत्र रचते रहते है और उस षड्यंत्र से आपको बहुत हानि पहुँच सकती है, अगर आपको लगता है की आपका दुश्मन आपके पीछे लगा हुआ है तो आप अपनी भलाई ओर सुरक्षा के लिए अपने करीबी स्टेशन में अपने षडयंत्रकारियो के खिलाफ धारा 120 के तहत मुकदमा दर्ज कर सकते है।


अगर आपके परिवार के किसी भी सदस्य की हत्या कर दी जाती है और आप उन हत्यारो को जानते है तो आपको बिना किसी देरी किये हत्या के आरोपी के खिलाफ अपने करीबी पुलिस स्टेशन जाकर उन पर आप हत्या के आरोप में उनपर धारा 300 के तहत मुकदमा दर्ज करके उनको जेल में भिजवा सकते है।


बहुत बार ऐसा होता है कि आपके ही साथ रहने वाले या आपको करीब से जानने वाले आपके साथ चोरी कर लेते है। और आपको पक्की खबर नही होती है आपके साथ चोरी किसने की तो ऐसे में आप शक के घेरे में सभी के खिलाफ धारा 378 के तहत मुकदमा दर्ज कर सकते है, इससे आपका चोरी किया हुआ समान आपके पुलिस स्टेशन के अधिकारी आपकी चीज़ को वापस करा सकते है।


दोस्तो कभी-कभी जब भी आप कुछ बेशकीमिति चीज़ो के साथ कही जाते है और आपके दुश्मन या लूटेरो को आपके पास होने वाली कीमती सामग्री की जानकारी होती है तो वो आपको लूटने की कोशिस करते है और कभी-कभी तो आपका सारा कीमती सामान लूटेरो ओर चोरों के द्वारा लूट लिया जाता है तो आपको उसके तुरंत बाद करीबी पुलिस स्टेशन जाकर धारा 412 के तहत मुकदमा दर्ज कराना चाहिए। जिसके बाद पुलिस अधिकारी आपके लूटे हुए सामान को वापस दिलाने में मदद करते है।


बहुत बार कुछ साधारण लोगो के साथ बहुत बड़ी ठगी हो जाती है जिसमे ठग आपके साथ बहुत बड़ा धोखा कर सकते है।अगर आपके साथ ठगी हो जाती है तो हमेशा आपको करीबी पुलिस स्टेशन में जाकर धारा 310 के तहत उनपर मुकदमा दर्ज करना चाहिए।


गर्भपात करना भी कानूनी दंडनायक होता है, अगर आपको लगता है कि आपका कोई जानने वाला या आप ही अपनो पत्नी का गर्भपात करते है तो लड़की या पुलिस अधिकारी आपके खिलाफ धारा 312 के तहत आप पर मुकदमा दर्ज करके आपको सलाखों के पीछे भिजवा सकते है, जिसमे आपको बहुत नुख्सान उठाना पड़ ताकत है। हमेशा गर्भपात जैसी घटनाओं से हमेशा बचें।


आप कभी भी आफिस या बाजार में होते है और आपके साथ कोई भी मान हानि करता है या फिर आप पर कोई भी बिना सबूत के गंभीर आरोप लगता है तो आप उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा धारा 499 के साथ अपने करीबी पुलिस स्टेशन जाकर दर्ज कर सकते है। 

ऐसा बहुत बार होता है जब लोगबाग आपको फसाने के लिए आप पर झूठे आरोप लगाते है तो उस समय आप पुलिस अधिकारियों के सहायता से उसपर मानहानि का मुकदमा दर्ज करके उससे दंड दिला सकते है।


दोस्तो उपर दी गयी जानकरी Google ओर Internet के माध्यम से ली गयी है, जरूरी नही इस आर्टिकल की सारी बात सत प्रतिशत सच हो। लेकिन आप धाराओं के उपयोग करके अपने जीवन की कटिनानाइयो से बच सकते है।

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