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दलित महिलाओं पर अत्याचार, अतुल प्रधान |
मेरठ, 9 मई 2025: मेरठ के कस्बा लावड़ में उत्तर प्रदेश पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है, जो हर किसी को हैरान कर देगा। यहाँ दलित समाज की औरतों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की और उनकी जमकर पिटाई की। इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें साफ़ दिख रहा है कि पुलिसवाले औरतों को पीट रहे हैं। इस मामले में लोकल समाजवादी पार्टी विधायक अतुल प्रधान ने अवैक्स उठायी और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला? लोगों में गुस्सा, सोशल मीडिया पर मचा बवाल
लावड़ में हुई इस घटना की तस्वीर को समाजवादी पार्टी के नेता और सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने अपने X अकाउंट पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, "ये है उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्बर रवैया! जनपद मेरठ के कस्बा लावड़ में दलित समाज की महिलाओं के साथ बदसलूकी और इस तरह से मारपीट करने वाले सभ्य व्यक्ति नहीं हो सकते हैं! उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ पुलिस दुर्व्यवहार की घटनाओं में रोज़ बढ़ोतरी हो रही है। तत्काल सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे!"
तस्वीर में साफ़ दिख रहा है कि कुछ पुलिसवाले औरतों को घेरकर उन पर डंडे बरसा रहे हैं। आसपास कुछ लोग खड़े हैं, लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया। ये देखकर दिल दहल जाता है कि जो पुलिस हमारी रक्षा के लिए है, वही इस तरह की हरकत कर रही है।
इस तस्वीर के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग भड़क गए। कई लोगों ने पुलिस की इस हरकत को शर्मनाक बताया। एक यूज़र सुनील यादव ने लिखा, "पता करो पुलिस सिंह सरनेम की है क्या..?" वहीं, अरविंद कुमार मिश्रा नाम के यूज़र ने कहा कि पुलिस रिश्वतखोरी में डूबी हुई है और गरीबों के लिए शेर बन जाती है।
मेरठ में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएँ, सरकार से कार्रवाई की मांग
मेरठ और आसपास के इलाकों में पुलिस की बर्बरता का ये कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी दलित समाज के लोगों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार की खबरें सामने आ चुकी हैं। NCRB की 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ सबसे ज़्यादा अपराध दर्ज हुए हैं, जिसमें 12,831 मामले सामने आए। ये आँकड़े बताते हैं कि यहाँ दलितों और औरतों के खिलाफ हिंसा की घटनाएँ रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
लोकल समाजवादी पार्टी विधायक अतुल प्रधान ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर आवाज़ उठायी और इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री ऑफिस (
@CMOfficeUP
), डीजीपी यूपी (@dgpup
), यूपी पुलिस (@Uppolice
), मेरठ पुलिस (@meerutpolice
) और कई न्यूज़ चैनलों को टैग करके इस मामले को उठाया है। लोग भी सोशल मीडिया पर #JusticeForDalitWomen ट्रेंड चला रहे हैं और सरकार से सख्त एक्शन की मांग कर रहे हैं।गाड़ा टाइम्स की तरफ से हम कहना चाहते हैं कि पुलिस को हमारी रक्षा करनी चाहिए, ना कि हमें डराना। लावड़ की इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दलित समाज और औरतों को आज भी इंसाफ के लिए कितनी जंग लड़नी पड़ती है। सरकार को चाहिए कि वो ऐसे पुलिसवालों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि फिर कोई ऐसी हरकत ना करे।
अगर आपके पास इस घटना से जुड़ी कोई और जानकारी है, तो हमें कमेंट में बताएँ। गड़ा टाइम्स आपके लिए ऐसी ही सच्ची और पक्की खबरें लाता रहेगा।
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