यूपी: मेरठ के किला परीक्षितगढ़ के बलि गांव में डाक्टर ने की महिला से अश्लील हरकत, पति ने काट डाले डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट्स
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Village Bali kila parikshit garh meerut |
गुरुवार शाम को मेरठ में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब तीन हमलावर अचानक एक क्लिनिक में घुस गए। परिक्षितगढ़ में "मावी नर्सिंग होम" क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टर पर क्रूर हमला हुआ। पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने पहले डॉक्टर से बातचीत की और फिर हिंसा पर उतर आए। उन्होंने उसे बुरी तरह पीटा और फिर उसके प्राइवेट पार्ट काट डाले, जिससे वह गंभीर हालत में पहुंच गया। स्टाफ और आसपास के लोग इस घटना से दहल गए, लेकिन हमलावर मौके से भाग निकले, इससे पहले कि कोई हस्तक्षेप कर पाता।
क्लिनिक स्टाफ ने बताया कि हमलावरों ने शुरू में डॉक्टर से बात की। हालांकि, स्थिति जल्दी ही बिगड़ गई जब उन्होंने हमला शुरू कर दिया। स्टाफ की मदद मांगने की कोशिशों के बावजूद, डॉक्टर की हालत खून बहने के कारण बिगड़ती चली गई। उसे पहले नजदीकी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर हालत के कारण उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की और आसपास के लोगों से पूछताछ की। साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर उन्होंने विकास, विवेक और सतीश नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान एक आरोपी ने हमले के पीछे का मकसद बताया। उसने दावा किया कि डॉक्टर एक महिला गंगा के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें करता था, जो आरोपियों से जुड़ी थी। बार-बार शिकायत और चेतावनी के बावजूद, डॉक्टर ने कथित तौर पर अपनी गलत हरकतें जारी रखी, जिससे आरोपी भड़क गए।
आरोपियों ने कबूल किया कि गुरुवार शाम को उनके दो रिश्तेदारों के साथ वे क्लिनिक गए। उन्होंने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर डॉक्टर को पिलाया। इसके बाद उन्होंने हथौड़े से उसकी पिटाई की और भयानक कदम उठाते हुए उसके प्राइवेट पार्ट काट डाले। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रासंगिक धाराओं के तहत FIR दर्ज की है।
पृष्ठभूमि और पूर्व शिकायतें
पुलिस के अनुसार, डॉक्टर के खिलाफ पहले से शिकायतें थीं। स्वास्थ्य विभाग ने एक शिकायत के बाद "मावी नर्सिंग होम" क्लिनिक को सीज कर दिया था। हालांकि, कुछ दिन बाद डॉक्टर ने असिफाबाद रोड पर फिर से क्लिनिक शुरू कर दिया। पीड़ित के भाई पप्पू ने परिक्षितगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस कार्रवाई हुई।
गिरफ्तार लोगों ने माना कि उन्होंने डॉक्टर को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह उनकी चेतावनियों की परवाह नहीं करता था। उसकी लगातार गलत हरकतों से नाराज होकर उन्होंने हमले की योजना बनाई और अंजाम दिया।
वर्तमान स्थिति
डॉक्टर की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है, और उसे दिल्ली में आगे के इलाज के लिए रेफर किया गया है। पुलिस अपनी जांच जारी रखे हुए है, और मामला न्यायिक जांच के अधीन है। आरोपी हिरासत में हैं, और मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके।
इस जघन्य अपराध ने सुरक्षा और जवाबदेही को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा की हैं, जिसके चलते अधिकारियों ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
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