गाडा डिजिटल हेल्प सोसाइटी (GDHS) की स्थापना और उद्देश्य
यूं तो हमारे समाज में कई समुदायों ने अपनी मेहनत और काबिलियत से नाम कमाया है, लेकिन आज के समय में कुछ समुदाय अपनी पहचान और एकता को खोते जा रहे हैं। गाडा डिजिटल हेल्प सोसाइटी (GDHS) का उद्देश्य है कि हम अपने समाज के लोगों को एकजुट करें, उनकी मदद करें, और एक ऐसी डिजिटल और सामाजिक पहचान बनाएं जो जरूरतमंद लोगों के लिए प्रेरणा और सहायता का स्रोत बने। आज के डिजिटल युग में, जहां लोग कागजों से निकलकर इंटरनेट पर अपनी पहचान बना रहे हैं, हमारा समाज अभी भी पीछे है। GDHS का लक्ष्य है कि हम अपने समुदाय को एक मंच प्रदान करें, जहां लोग एक-दूसरे की मदद करें, अपनी काबिलियत को पहचानें, और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं।
हमारा मानना है कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति की आवाज मायने रखती है, और इसके लिए एक संगठित और पहचान योग्य समुदाय का होना जरूरी है। GDHS का उद्देश्य किसी भी समुदाय, धर्म, या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। हम सभी को एक भारतीय के रूप में सम्मान देते हैं और सभी के साथ भाईचारे के साथ काम करना चाहते हैं। हमारा मकसद सिर्फ अपने समाज के लोगों को एकजुट करना है, जो आज के समय में आपसी जलन, निराशा, या छोटी-छोटी बातों में उलझकर अपनी ताकत खो रहे हैं।
इस सोसाइटी के माध्यम से हम कोशिश करेंगे कि समाज में बनी दूरियां खत्म हों, लोग एक-दूसरे के साथ सच्चाई और नेकदिली से जुड़ें, और कमजोर वर्ग की मदद के लिए आगे आएं। हम चाहते हैं कि समाज का हर व्यक्ति, चाहे वह कितना ही छोटा क्यों न हो, सम्मान और सहायता पाए। इसके लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। यह काम पहले शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन देर आए, दुरुस्त आए। अगर कोई और इस दिशा में काम कर रहा है, तो हम उनका सम्मान करते हैं और उनके साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।
गांव और समुदाय स्तर पर क्या करें?
हम चाहते हैं कि गांव में लोग एक-दूसरे के साथ मिलजुलकर रहें। आपसी शिकायतें, चुगलखोरी, या मजाक उड़ाने की आदत को छोड़ना होगा। हर व्यक्ति को सम्मान देना होगा, चाहे वह आपका कितना ही विरोधी क्यों न हो। हमें एक-दूसरे से खुलकर, प्यार से बात करनी होगी और मतभेदों को सुलझाना होगा। जब हम एकजुट होंगे, तभी हम किसी भी चुनौती या अन्याय के खिलाफ मजबूती से खड़े हो सकेंगे।
गाडा डिजिटल हेल्प सोसाइटी (GDHS) क्यों है अलग?
आज के समय में कई लोग हेल्प फाउंडेशन के नाम पर चंदा इकट्ठा करके अपने निजी लाभ के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन GDHS पूरी तरह पारदर्शी और निस्वार्थ भाव से काम करता है। हम डोनेशन के पैसे को सीधे जरूरतमंद के बैंक खाते में ट्रांसफर करेंगे, ताकि मदद सीधे उस तक पहुंचे।
हम जरूरतमंद लोगों की स्थिति को वीडियो या फोटो के माध्यम से दस्तावेज करेंगे। अगर जरूरतमंद व्यक्ति अपना चेहरा दिखाने के लिए सहमत होता है, तो हम उनकी कहानी और तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा करेंगे ताकि अन्य लोग डोनेशन के लिए प्रेरित हों। लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहता, तो उनकी जानकारी और चेहरा ब्लर करके सामग्री अपलोड की जाएगी। इस तरह हम उनकी गोपनीयता का सम्मान करेंगे और साथ ही समाज में मदद की भावना को बढ़ावा देंगे।
GDHS के उद्देश्य और नियम
गाडा डिजिटल हेल्प सोसाइटी (GDHS) के माध्यम से हम निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं:
- जरूरतमंदों के लिए टीम गठन: एक ऐसी टीम बनाना जो किसी भी आपदा, दुख, या अन्याय के समय तुरंत मदद के लिए पहुंचे।
- कानूनी सहायता: अगर कोई व्यक्ति किसी साजिश या अन्याय का शिकार होता है, तो उसे कानूनी सहायता प्रदान करना।
- आर्थिक मदद: उन गरीब परिवारों की मदद करना जो आर्थिक तंगी के कारण अपने परिवार का पालन-पोषण नहीं कर पा रहे हैं।
- शिक्षा और बच्चों की देखभाल: उन परिवारों के बच्चों की शिक्षा का ख्याल रखना, जिनके अभिभावक किसी दुर्घटना या अन्य कारणों से नहीं रहे।
- विवाह में सहायता: जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक या सामग्री सहायता प्रदान करना।
- जमीनी स्तर पर समाजसेवा: एक ऐसी टीम तैयार करना जो हमेशा समाजसेवा के लिए तैयार रहे और जमीनी स्तर पर काम करे।
- स्वैच्छिक भागीदारी: इस सोसाइटी में शामिल होने के लिए किसी पर कोई दबाव नहीं होगा। जो लोग समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं, वे स्वेच्छा से जुड़ सकते हैं।
- भविष्य की योजना: भविष्य में GDHS के नाम से एक हेल्प फाउंडेशन या संगठन स्थापित करना और एक कार्यालय बनाना।
- देश विरोधी गतिविधियों से दूरी: कोई भी व्यक्ति जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होगा, वह स्वयं जिम्मेदार होगा। सोसाइटी का इससे कोई संबंध नहीं होगा।
कैसे जुड़ें?
अगर आप GDHS के साथ जुड़ना चाहते हैं और समाज के लिए बिना किसी स्वार्थ के काम करना चाहते हैं, तो आप WhatsApp ग्रुप या अन्य डिजिटल मंचों के माध्यम से स्वेच्छा से जुड़ सकते हैं। किसी पर भी जुड़ने का कोई दबाव नहीं होगा। अगर आपके कोई सवाल हैं, तो कृपया प्रशासक टीम से निजी संदेश के माध्यम से संपर्क करें। सार्वजनिक मंच पर बहस या विवाद से बचें।
हम मेरठ, मुज़फ्फरनगर, देवबन्द, सहारनपुर, रुड़की, हरिद्वार, यमुनानगर आदि ज़िलों व गाँवों से ऐसे उत्साही साथियों की तलाश में हैं, जो समाज को बेहतर बनाने का जज्बा रखते हों। अगर आप इस काम में रुचि रखते हैं, तो अपने क्षेत्र के अन्य लोगों को भी जोड़ें और इस मुहिम को आगे बढ़ाएं।
माफी और अपील
यह लेख जल्दबाजी में लिखा गया है। अगर इसमें कोई गलती हो गई हो या किसी को ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए मैं पहले ही माफी मांगता हूं। अगर आपको इस काम में रुचि नहीं है, तो आप इस मंच को छोड़ सकते हैं। लेकिन अगर आपके मन में समाज के लिए कुछ करने का जज्बा है, तो आप इस मुहिम का हिस्सा बनें और अपने समुदाय के लिए सकारात्मक बदलाव लाएं।
आइये व्हाट्सप्प गुरुप के माध्यम से जुड़कर एक शक्तिशाली समाज बनाने का प्रयास करते है 👉🏻
आइए, मिलकर गाडा डिजिटल हेल्प सोसाइटी (GDHS) को एक मजबूत और सकारात्मक मंच बनाएं, जो जरूरतमंद लोगों की मदद करे और समाज में एकता और प्रगति का प्रतीक बने!
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Thanks for visit @www.gadatimes.com
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Yeah bhi thikk hai
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteWell try bhai
ReplyDeleteMasha Allah bhai I sport you
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteGood baat
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