मुस्लिम व्यक्ति को मार दिया और भीड़ द्वारा उसे जय श्री राम के लिए मजबूर किया | Tabrez Ansari mob lynching full video
चोरी के आरोप में भीड़ की पिटाई के बाद जेल में हुई Tabrez ansari की मौत मामले की जांच कर सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) ने सोमवार को उपायुक्त (DC) को रिपोर्ट सौंपी थी। SDO बसारत कयूम ने Tabrez की मौत के लिए सीनी थाना प्रभारी एवं सरायकेला थाना प्रभारी के साथ-साथ दो डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मौत का कारण Tabrez के सिर की हड्डी टूटने से ब्रेन हैमरेज को कारण बताया गया है, जबकि पहले पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला दे गंभीर चोट से इन्कार किया था। जैसा कि आप पुलिस स्टेशन को सौंपने से पहले लिंचिंग का पूरा वीडियो देख सकते हैं।
यहाँ वीडियो अलग कहानी दिखा रहा है और जैसा कि आप देख सकते हैं कि कुछ लोग Tabrez Ansari की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं और उसे "Jai Shree Ram" या "Jai Hanuman" का जाप करने के लिए मजबूर कर रहे हैं और जनता हमलावर के साथ खड़ी है और चुपचाप पूरी घटना देख रही है जैसे थिएटर में कोई फिल्म देख रहा हो और उन्हें पता न हो कि आप भीड़ का अगला हिस्सा हो सकते हैं।
SDO की रिपोर्ट में सीनी थाना प्रभारी व खरसावां थाना प्रभारी के घटना के बाद कार्य में कोताही बरते जाने की बात सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गांव के प्रधान के मुताबिक घटना रात एक बजे की है। इसकी सूचना पुलिस को रात्रि दो बजे ही दे दी गयी थी। इसके बावजूद पुलिस टीम सुबह छह बजे मौके पर पहुंची। पुलिस ने अपने वरीयता अधिकारियों को बताया था कि उनको घटना की सूचना सुबह पांच बजे ग्राम प्रधान के द्वारा दी गयी थी। जबकि ग्राम प्रधान ने SDO को बताया कि उन्होंने सूचना रात दो बजे ही दे दी थी। लेकिन भारत में कुछ मुस्लिम समुदाय कुछ हिंदू धार्मिक समूह को दोषी ठहरा रहे हैं। वे पहले उन पर दोषारोपण कर रहे थे, उन्होंने पहले हत्या की और स्थानीय पुलिस को सौंप दिया जो इन धार्मिक समूह के तहत संयुक्त रूप से काम कर रहा है और उनमें से कई भारतीय सरकार के अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं कि वे राजनीतिक नेता के लिए गरीब मुस्लिम समुदाय के खिलाफ इन धार्मिक समूह के साथ भी काम कर रहे हैं।
Tabrez Ansari की मौत के पीछे सबसे महत्वपूर्ण बिंदु।
SDO की रिपोर्ट में सीनी थाना प्रभारी व खरसावां थाना प्रभारी के घटना के बाद कार्य में कोताही बरते जाने की बात सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गांव के प्रधान के मुताबिक घटना रात एक बजे की है। इसकी सूचना पुलिस को रात्रि दो बजे ही दे दी गयी थी। इसके बावजूद पुलिस टीम सुबह छह बजे मौके पर पहुंची। पुलिस ने अपने वरीयता अधिकारियों को बताया था कि उनको घटना की सूचना सुबह पांच बजे ग्राम प्रधान के द्वारा दी गयी थी। जबकि ग्राम प्रधान ने SDO को बताया कि उन्होंने सूचना रात दो बजे ही दे दी थी। लेकिन भारत में कुछ मुस्लिम समुदाय कुछ हिंदू धार्मिक समूह को दोषी ठहरा रहे हैं। वे पहले उन पर दोषारोपण कर रहे थे, उन्होंने पहले हत्या की और स्थानीय पुलिस को सौंप दिया जो इन धार्मिक समूह के तहत संयुक्त रूप से काम कर रहा है और उनमें से कई भारतीय सरकार के अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं कि वे राजनीतिक नेता के लिए गरीब मुस्लिम समुदाय के खिलाफ इन धार्मिक समूह के साथ भी काम कर रहे हैं।
Tabrez Ansari की मौत के पीछे सबसे महत्वपूर्ण बिंदु।
- भीड़ की पिटाई में Tabrez Ansari के सिर की एक हड्डी टूट गई थी।
- गिरफ्तारी के बाद, डॉक्टर ने एक्स-रे किया, गंभीरता से नहीं देखा कि एक्स-रे में बवासीर की पुष्टि की गई थी।
- सईनी थाना प्रभारी और खरसावा थाना प्रभारी, ग्रामीण के मुखिया द्वारा रात एक बजे सूचना दी गई और सुबह पुलिस पहुंची।
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