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सहारनपुर में समाजवादी पार्टी की नेता रूही अंजुम पर जानलेवा हमला, कार्रवाई की मांग

समाजवादी पार्टी,रूही अंजुम सहारनपुर: समाजवादी पार्टी की महिला विंग की प्रमुख नेता रूही अंजुम पर जानलेवा हमले की खबर ने सबको चौंका दिया है। रूही अंजुम ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी और बताया कि वह सुरक्षित हैं। उन्होंने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए डीएम, एसडीएम और एसएसपी को सोशल मीडिया पर टैग किया है। इसके साथ ही, उन्होंने जमानत स्तर पर भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की अपील की है। रूही अंजुम समाजवादी पार्टी की एक सक्रिय और जानी-मानी नेता हैं, जो हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। चाहे गरीबों की मदद हो या समाज कल्याण के लिए काम, रूही हमेशा लोगों की भलाई के लिए तत्पर रहती हैं। उनकी लोकप्रियता सहारनपुर और आसपास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रही है, जिसके चलते माना जा रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से टिकट की प्रबल दावेदार हो सकती हैं। सूत्रों की मानें तो रूही अंजुम की बढ़ती लोकप्रियता कुछ लोगों को खटक रही है। यह भी चर्चा है कि उनकी सक्रियता और जनता के बीच पकड़ के कारण यह हमला सुनियोजित हो सकता है। हालांकि, पुलिस...

भारत-ओमान मुक्त व्यापार समझौता: OMAN मे भारतीयों के लिए नौकरियों का नया द्वार खुलने को तैयार

भारत-ओमान FTA, मुक्त व्यापार  नई दिल्ली: भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA), जिसे व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA) भी कहा जाता है, अब अपने अंतिम चरण में है। यह समझौता जल्द ही हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, और इससे भारत के लिए व्यापार और नौकरी के नए अवसर खुल सकते हैं। खासकर भारतीय कामगारों और निर्यातकों के लिए यह एक बड़ा मौका हो सकता है। लेकिन, इस समझौते को अंतिम रूप देने में कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे कि ओमान की "ओमानीकरण" नीति। आइए, इस खबर को और विस्तार से समझते हैं। समझौते की मुख्य बातें भारत-ओमान FTA, मुक्त व्यापार समझौता सूत्रों के अनुसार, भारत और ओमान के बीच यह समझौता नवंबर 2023 से चर्चा में है। जनवरी 2025 में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की मस्कट यात्रा के बाद इसने और रफ्तार पकड़ी। सीएनबीसी टीवी18 की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, समझौते में अब केवल कुछ मुद्दों पर सहमति बाकी है। भारत चाहता है कि ओमान की "ओमानीकरण" नीति, जो स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता देती है, भारतीय कामगारों के लिए बाधा न बने। इस नीति के तहत कुछ क्षेत्रों में 15%...

तूफ़ान मे Noida मे लम्बी ईमारतो का झड़ने से चर्चा मे क्यों आया क़ुतुब मीनार

Qutub-Minar-1119-2025 दिल्लीवासियों! क्या आपने कभी कुतुब मीनार के पास खड़े उस रहस्यमयी लोहे के खंभे को देखा है, जो 1600 साल पुराना होने के बावजूद आज भी जंग से मुक्त है? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मशहूर कुतुब मीनार परिसर में मौजूद उस लोहे के खंभे की, जो न सिर्फ इतिहास का गवाह है, बल्कि विज्ञान की दुनिया में भी एक पहेली रहा है। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है। आइए, गाड़ा टाइम्स के इस खास लेख में जानते हैं कि आखिर क्यों यह खंभा इतने सालों बाद भी चमकता है! लोहे का खंभा: एक अनोखा चमत्कार, प्राचीन कारीगरी का कमाल लोहे का खंभा: एक अनोखा चमत्कार कुतुब मीनार के प्रांगण में खड़ा यह 7.2 मीटर ऊँचा और 6 टन वजनी लोहे का खंभा गुप्तकाल (चौथी-पाँचवीं सदी) का है। इसे चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के समय बनाया गया था और बाद में दिल्ली लाया गया। बारिश, धूप, और प्रदूषण का सामना करने के बावजूद इस खंभे पर जंग का एक दाग तक नहीं! ऐसा क्या है इस खंभे में, जो इसे इतना खास बनाता है? 2003 में आईआईटी-कानपुर के वैज्ञानिकों ने इस खंभे का गहन अध्ययन किया और पाया कि इसका रहस्य इसकी खास बनावट मे...