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अमेरिका द्वारा ceasefire थोपने को लेकर असदुद्दीन ओवैसी के प्रधानमंत्री मोदी से तीखे सवाल, पाकिस्तान की हरकतों पर ओवैसी का सख्त रुख

पाकिस्तान, ओवैसी, पहलगाम हमला  दिल्ली, 10 मई 2025: आजकल देश में पाकिस्तान की नापाक हरकतों की चर्चा हर गली-नाले में हो रही है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और PoJK में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। लेकिन अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मसले पर सख्त रुख अपनाते हुए सरकार से कुछ तीखे सवाल पूछे हैं। ओवैसी ने अपने X पोस्ट में साफ कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन से भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, तब तक स्थायी शांति की बात सोचना बेकार है। उन्होंने पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को सजा देने की मांग की और कहा कि चाहे सीजफायर हो या ना हो, हमें आतंकियों का पीछा करना चाहिए। ओवैसी ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए शहीद जवान एम मुरली नायक और ADDC राज कुमार थापा को श्रद्धांजलि दी और हमले में घायल हुए लोगों के लिए दुआ की। पहलगाम हमला,भारत-पाकिस्तान लेकिन ओवैसी यहीं नहीं रुके। उन्होंने सरकार से कुछ सवाल भी पूछे, जो मेरठ के लोगों के मन में भी चल ...

ईरान ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की, 13वीं सदी की फारसी कविता के साथ दिया संदेश

प्रधानमंत्री मोदी और ईरान सुप्रीम लीडर  तेहरान, 26 अप्रैल 2025 : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ईरान ने एक अनोखे और सांस्कृतिक अंदाज में मध्यस्थता की पेशकश की है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई, ने दोनों पड़ोसी देशों के रिश्तों को और तनावपूर्ण बना दिया है। इस संकट के बीच, ईरान ने न केवल शांति की अपील की, बल्कि 13वीं सदी के मशहूर फारसी कवि सादी शिराज़ी की कविता का हवाला देकर मानवता और एकता का संदेश भी दिया। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत और पाकिस्तान को "भाईचारे वाले पड़ोसी" करार दिया। उन्होंने लिखा, "भारत और पाकिस्तान ईरान के भाईचारे वाले पड़ोसी हैं, जिनके साथ हमारी सांस्कृतिक और सभ्यतागत रिश्ते सदियों पुराने हैं। हम अपने पड़ोसियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। तेहरान इस मुश्किल वक्त में इस्लामाबाद और नई दिल्ली में अपनी मध्यस्थता की पेशकश करता है ताकि आपसी समझ को बढ़ाया जा सके।" अराघची ने अपनी बात को और प्रभावी बनाने के लिए सादी शिराज़ी की प्रसिद...