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सनसनीखेज खुलासा: एपस्टीन फाइल्स में अरब शासकों का काला सच, सऊदी-कतर-दुबई पर सवाल!

न्यूज़,अंतरराष्ट्रीय खबरें,एपस्टीन फाइल्स नई दिल्ली, 12 जुलाई 2025, रात 10:45 बजे (आईएसटी): दोस्तों, अगर आप सोचते हैं कि दुनिया की सियासत और पावर गेम सिर्फ बड़े-बड़े भाषणों और मीटिंग्स तक सीमित है, तो यह खबर आपके होश उड़ा देगी! हाल ही में सोशल मीडिया पर एक सनसनीखेज दावा वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि मशहूर विवादास्पद बिजनेसमैन जेफ्री एपस्टीन की फाइल्स में सऊदी अरब, यूएई और कतर जैसे देशों के राष्ट्रपतियों, राजाओं और शासकों के नाम सामने आए हैं। इतना ही नहीं, इन नामों के साथ अमेरिकी और इजराइली हस्तियों के भी जिक्र हैं। यह खुलासा एकदम बम की तरह फटा है, और लोग अब सवाल कर रहे हैं कि आखिर यह एपस्टीन फाइल्स है क्या, जो इतना बड़ा तूफान मचा रही है? एपस्टीन फाइल्स क्या है? सऊदी से लेकर अमेरिका तक का कनेक्शन, क्या सच में है यह सब? जेफ्री एपस्टीन एक अमेरिकी बिजनेसमैन थे, जिनका नाम 2000 के दशक से ही गलत कामों में उलझा रहा। इन्हें सेक्स ट्रैफिकिंग और नाबालिग लड़कियों का शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 2019 में जेल में उनकी रहस्यमयी मौत हो गई, जिसके बाद उनकी फाइल्स में छिपे राज़ ...

अबू धाबी में ट्रंप का पारंपरिक अल-अय्याला नृत्य से स्वागत, इंटरनेट पर मचा हंगामा, जाने किया है al-ayyala कल्चर

ट्रंप, अबू धाबी, अल-अय्याला नृत्य दोस्तों, आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे वाकये की, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत अबू धाबी में एक पारंपरिक नृत्य, अल-अय्याला से किया गया, और इस नृत्य की वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गई है। आइए, जानते हैं कि आखिर यह अल-अय्याला नृत्य क्या है और क्यों लोग इसे लेकर इतने उत्साहित हैं। ट्रंप का मध्य पूर्व दौरा, अल-अय्याला नृत्य क्या है? 15 मई, 2025 को डोनाल्ड ट्रंप मध्य पूर्व के अपने दौरे के आखिरी पड़ाव पर अबू धाबी पहुंचे। यहां उनका स्वागत यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाहयान ने किया। स्वागत समारोह में एक खास कार्यक्रम था, जो था अल-अय्याला नृत्य। इस नृत्य में महिलाएं सफेद पोशाक में अपने लंबे बालों को एक साथ rythmatically फ्लिप करती नजर आईं, जबकि पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में ड्रम बजाते और कविताएं गाते दिखे। अल-अय्याला एक पारंपरिक नृत्य है, जो यूएई और ओमान की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। इसे 2014 में यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया था। यह नृत्य आमतौर प...

ज़िला मुज़फ्फरनगर गाँव दधेरू खुर्द के शादाब गौड़ ने विदेश गाड़े झंडे, किया देश का नाम रोशन, देखे वायरल वीडियो

साइबर सिक्योरिटी, शादाब गौर, मुजफ्फरनगर मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के दधेरू खुर्द गांव के निवासी शादाब गौर ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। स्वर्गीय मास्टर जनाब शराफत हसन साहब के पुत्र शादाब, जो वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक वरिष्ठ आईटी प्रोफेशनल के रूप में कार्यरत हैं, को प्रतिष्ठित साइबर सिक्योरिटी ऑटोमेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनके साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नवाचार और नेतृत्व के लिए दिया गया है, जो न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। शादाब गौर ने अपनी मेहनत और लगन से साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। यूएई में हेल्प एजी, जो एक ईएंडई एंटरप्राइज कंपनी है, में कार्यरत शादाब ने डिजिटल सुरक्षा और ऑटोमेशन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। उनके इस अवार्ड ने न केवल उनके पेशेवर कौशल को उजागर किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि छोटे शहरों से निकलकर भी वैश्विक मंच पर सफलता हासिल की जा सकती है। साइबर सिक्योरिटी का महत्व और शादाब का योगदान, मुजफ्फरनगर के लि...