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सोशल मीडिया X पर #ArrestDhoni हुआ trend, क्या गिरफ़्तारी के डर से देश छोड़कर जा चुके MS Dhoni?

रियल एस्टेट,एमएस धोनी,अमरापाली दोस्तों, एक बार फिर से क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले एमएस धोनी चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह खुशी नहीं, बल्कि परेशानी है! खबर है कि अमरापाली ग्रुप के घर खरीदारों ने धोनी के खिलाफ 7 से ज्यादा FIR दर्ज कराई हैं। ये मामला पुराना है, लेकिन अब फिर से गरमा गया है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा माजरा और इसकी असली वजह! अमरापाली घोटाला: धोनी का नाम क्यों उछला? धोनी का पक्ष क्या है? अमरापाली ग्रुप ने कई साल पहले अपने प्रोजेक्ट्स के लिए धोनी को ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। लोग उनकी लोकप्रियता का फायदा उठाकर घर खरीदने के लिए पैसे लगाते गए, लेकिन प्रोजेक्ट्स अधूरे रह गए। सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में इस घोटाले का पर्दाफाश किया और कहा कि अमरापाली ने घर खरीदारों के हजारों करोड़ रुपये गलत तरीके से इस्तेमाल किए। अब आरोप लग रहे हैं कि धोनी की ब्रांडिंग से लोगों को ठगा गया। घर खरीदारों का कहना है कि धोनी की वजह से ही उन्होंने भरोसा किया, लेकिन अब उनका पैसा डूब गया। हाल ही में सोशल मीडिया पर धोनी के खिलाफ #ArrestDhoni ट्रेंड करने लगा। लोग कह रहे हैं कि धोनी को सख्त कार्रवाई का साम...

जुमा की नमाज़: दुनियाभर के मुस्लिम देशो में क्यों खास है यह पवित्र दिन? जुमा की नमाज़ भारी शंख्या मे क्यों पढ़ते है मुस्लिम

जुमा की नमाज़, इस्लाम, शुक्रवार  दिल्ली की गलियों में हर शुक्रवार को एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। मस्जिदों में भारी भीड़, साफ-सुथरे कपड़ों में लोग, और इत्र की खुशबू हवा में तैरती हुई। ये है जुमा की नमाज़ का दिन, जिसे इस्लाम में सबसे पवित्र दिन माना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर इस दिन और इस नमाज़ को इतनी अहमियत क्यों दी जाती है? आइए, दिल्ली के नज़रिए से जानते हैं कि जुमा की नमाज़ क्यों है इतनी खास और इसके पीछे क्या कारण हैं। कुरान में जुमा की अहमियत, जुमा की नमाज़: क्यों खास है यह पवित्र दिन? कुरान में जुमा की अहमियत  कुरान की सूरह अल-जुमआ (62:9) में साफ कहा गया है कि जब जुमा की नमाज़ की अज़ान हो, तो हर काम छोड़कर मस्जिद की ओर दौड़ पड़ो। दिल्ली की जामा मस्जिद से लेकर हज़रत निज़ामुद्दीन तक, हर मस्जिद में यह आयत ज़िंदगी का हिस्सा बन जाती है। शुक्रवार को 'यौम-अल-जुमआ' यानी 'जमाअत का दिन' कहा जाता है। यह दिन मुसलमानों को एकजुट करता है, चाहे वो पुरानी दिल्ली की तंग गलियों में रहने वाले हों या साउथ दिल्ली के पॉश इलाकों में। पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व ...